कहीं खुशी कहीं गम! मानेदय बढ़ाने की घोषणा पर कहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने खेली होली, तो कहीं आंदोलन जारी रखने पर अड़ी
RAIPUR/DURG.वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर कई सालों से आंदोलन कर रही प्रदेशभर की डेढ़ लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की मांग कुछ हद तक पूरी हो गई। भूपेश बघेल ने बजट पेश करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय सात हजार से बढ़ाकर 10 हजार कर दिया। साथ ही सहायिकाओं का मानदेय भी 3200 से बढ़ाकर 5 हजार कर दिया। इस घोषणा के साथ पूरे प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। रायपुर के भनपुरी बाजार में जुटी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने खुशी का इजहार करते हुए जमकर गुलाल खेला, और मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। हमारा नेता कैसा हो, भूपेश बघेल जैसा हो के नारे भी लगे।
वहीं दुर्ग में भी आज आये बजट को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ में खुशी का माहौल देखा गया। वहीं आंगनबाड़ी सहायिकाओं में थोड़ी मायूसी भी नजर आई। होली के पहले होली का जमकर रंग गुलाल खेला गया। कार्यकर्ता खूब झूमकर नाची। इस मौके पर कांग्रेस के जिला पंचायत अध्यक्ष,दुर्ग नगर निगम महापौर,सभापति,मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष भी पहुंचे। यहां पर भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका विगत 40 दिनों से अनवरत हड़ताल पर बैठे हुए थे, जहां वे सरकार से अपने वादा निभाओ के नारे के साथ डटे हुए थे। जैसे ही बजट में उनके हक में फैसला आया खुशियों की बयार बहने लगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ ने तो मुख्यमंत्री भुपेश बघेल की जमकर तारीफ की और कहा भुपेश है तो भरोसा है।
वहीं खैरागढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा किये गए बजट घोषणा के बाद भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आंदोलन पर डटे हुये हैं। आगनबाड़ी कार्यकर्ता—सहायिका संयुक्त मंच की जिला अध्यक्ष पिंकी ठाकुर ने कहा कि पुराना वेतनमान यथावत रख, अपने घोषणा अनुरूप कलेक्टर दर दें। उन्होंने आगे आंदोलन को जारी रखने की बात कही। इसके साथ ही सहायिकाओं ने भी असंतुष्टि जताई ।