जयपुर : कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने सीएम अशोक गहलोत के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने बीजेपी से करोड़ों रुपये लेने के आरोपों का भी जवाब दिया। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, राजनीति में 40-45 साल से काम कर रहे विधायकों पर ऐसे आरोप लगाना ठीक नहीं, इसके अलावा उन्हें गद्दार कहे जाने पर उन्होंने गहलोत को ही गद्दार कह दिया।

सचिन पायलट ने कहा, सोनिया गांधी तब हमारी पार्टी की अध्यक्ष थीं, उनकी जो अवहेलना हुई, उनकी जो मानहानि हुई, उनकी जो बेइज्जती हुई, वो गद्दारी थी। इतने सारे विधायकों को उनकी इच्छा के खिलाफ इस्तीफा दिलवाया गया। अपनी सरकार को संकट में खड़ा किया गया। बहुत से लोग कहते हैं कि मोदी और शाह के कहने पर ये इस्तीफे दिलवाए गए। अब अगर ये बात कोई मुझे कहे और मैं मंच पर जाकर बोलूं तो क्या ये शोभा देता है?

राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इशारों-इशारों में सीएम अशोक गहलोत पर हमला बोला। उन्होंने कहा, मुझे निकम्मा, नाकारा, गद्दार कहा गया। लोग नेतृत्व परिवर्तन चाहते थे, इसलिए हम दिल्ली गए और अपनी बात रखा। सारे तथ्यों को देखने के बाद सोनिया गांधी ने 25 सितंबर को विधायकों से बात करने के लिए अजय माकन और मल्लिकार्जुन खरगे को जयपुर भेजा था। लेकिन वह विधायकों की बैठक हो ही नहीं पाई।

उन्होंने कहा, अशोक गहलोत ने जो आरोप लगाए, वह कई बार लगाए जा चुके हैं। लेकिन सार्वजनिक तौर पर हम कुछ नहीं कहना चाहते थे। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं का अपमान किया, उन्होंने कहा कि राजनीति में 40-45 साल से काम कर रहे विधायकों पर आरोप लगाए जा रहे हैं। उनके क्षेत्र के लोग जानते हैं कि वह कैसे नेता हैं, कैसा काम करते हैं। ऐसे विधायकों पर इल्जाम लगाना गलत है।