Kedarnath Dham Yatra 2023 : केदारनाथ यात्रा के रजिस्ट्रेशन पर 3 मई तक की रोक लगाई बर्फबारी ने
खराब मौसम को देखते हुए शासन ने केदारनाथ धाम के लिए पंजीकरण पर लगी रोक को तीन मई तक बढ़ा दिया है। ऐसे में अधिकांश तीर्थयात्री तीन धाम (गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ) का पंजीकरण करवा कर इन धामों की यात्रा पर जा रहे हैं।
केदारनाथ-बद्रीनाथ में भारी बर्फबारी के बाद चार धाम यात्रा श्रीनगर में रोक दी गई है, जगह-जगह तीर्थ यात्री फंसे गए हैं। खराब मौसम की वजह से चार धाम यात्रा रूट पर तीर्थ यात्रियों को एहतियातन रोका जा रहा है। केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश के बाद देर रात चार धाम यात्रियों को पुलिस द्वारा रोका दिया गया है।
चार धाम पर जा रहे तीर्थ यात्रियों को श्रीनगर पर ही रोका जा रहा है, और केदारनाथ धाम जा रहे श्रद्धालुओं को सोनप्रयाग में रोका जा रहा है। पुलिस यात्रियों से आस-पास के शहरों में रहने की अपील कर रही है। खराब मौसम की वजह से दिल्ली-एनसीआर, यूपी, गुजरात, राजस्थान आदि राज्यों से उत्तराखंड चार धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की मुश्किलें भी बढ़ गईं हैं।

एसएचओ श्रीनगर, रवि सैनी ने बताया कि एनआईटी उत्तराखंड के पास और बद्रीनाथ बस स्टैंड के पास चार धाम यात्रियों को रोका जा रहा है, वहां चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। जिन तीर्थ यात्रियों के पास ऑनलाइन रात्रि प्रवास की होटल बुकिंग है, उन यात्रियों को रुद्रप्रयाग की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी। लेकिन, जिन यात्रियों ने बुकिंग नहीं कराई है उनको श्रीनगर के पास ही रहने की अपील की जा रही है। तीर्थ यात्रियों से धैर्य रखने की अपील की गई है और ये आश्वासन कि मौसम साफ होने पर यात्रा फिर से शुरू हो जायेगी।
इससे पहले, शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रद्धालुओं को सलाह दी थी कि वे कोविड-19 सहित सभी मेडिकल टेस्ट पास करने के बाद ही तीर्थ यात्रा पर जाने का प्लान बनाएं। धामी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार की ओर से विभिन्न भाषाओं में एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाई गई है।

 उत्तराखंड चार धाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों से अपील भी की गई है वे इसका पालन करें। तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए यात्रा रूट पर हेल्थ पोस्ट भी बनाए गए हैं। विदित हो कि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 22 अप्रैल को खुल गए थे। केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल, जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुले थे।

बदरीनाथ में नारायण पर्वत से हिमखंड खिसका
बदरीनाथ धाम में नारायण पर्वत के शिखर से एक हिमखंड टूटने से अफरा-तफरी मच गई। हालांकि इससे कोई जन हानि नहीं हुई। शनिवार अपराह्न हिमखंड छोटा और काफी ऊंचाई पर था इसलिए खिसकने के बाद जल्दी बिखर गया। घटना चरण पादुका से पांच किमी ऊपर नारायण पर्वत के शिखर पर हुई।

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