वैशाली, 3 नवंबर:
बिहार विधानसभा चुनाव के बीच सियासी हमलों का दौर तेज हो गया है। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल (JJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने सोमवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “राहुल गांधी नेता क्यों बने, रसोईया ही बन जाते।”
तेज प्रताप का यह बयान राहुल गांधी के हालिया मछली पकड़ने वाले वीडियो पर आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। राहुल गांधी रविवार को बेगूसराय में चुनाव प्रचार के दौरान एक तालाब में मछली पकड़ते नज़र आए थे।
🔹 “रसोईया बन जाना चाहिए था” — तेज प्रताप का तंज
वैशाली में पत्रकारों से बातचीत के दौरान जब तेज प्रताप से राहुल गांधी के मछली पकड़ने पर सवाल पूछा गया, तो वे भड़क उठे। उन्होंने कहा —
“रोज़गार की बात करें, यहां युवाओं को काम नहीं मिल रहा। कभी मोटरसाइकिल चलाकर प्रदूषण फैलाते हैं, कभी जलेबी बनाते हैं, अब मछली पकड़ रहे हैं। अगर यही सब करना था, तो नेतागिरी छोड़कर रसोईया ही बन जाते।”
तेज प्रताप ने आगे कहा,
“वे जीवन भर मछली पकड़ते रह जाएंगे और देश अंधेरे में डूब जाएगा। यह सब ठीक नहीं है।”
🔹 तेजस्वी यादव पर भी साधा निशाना
तेज प्रताप यादव ने इस दौरान अपने छोटे भाई और राजद नेता तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने महुआ विधानसभा क्षेत्र में जाकर प्रत्याशी मुकेश रौशन के लिए प्रचार किया, लेकिन बाद में वहां के विधायक ने जनता को पुलिस से पिटवा दिया।
तेज प्रताप ने कहा कि यह बिल्कुल गलत हुआ और वे अब राघोपुर में अपने प्रत्याशी प्रेम कुमार के समर्थन में जनसभा करेंगे। उन्होंने बताया कि वे हेलीकॉप्टर से दो चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे।
🔹 राहुल गांधी का मछली पकड़ने वाला वीडियो
दरअसल, राहुल गांधी रविवार को बेगूसराय में एक चुनावी सभा के बाद मछली पालन केंद्र पहुंचे थे। कार्यकर्ताओं के आग्रह पर वे नाव से तालाब में उतरे और स्थानीय नेताओं के साथ मछली पकड़ने में हिस्सा लिया।
इस दौरान विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी ने तालाब में छलांग लगा दी। यह देखकर राहुल गांधी ने भी पानी में उतरकर मछली पकड़नी शुरू की। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ और अब उस पर तेज प्रताप यादव की प्रतिक्रिया चर्चा में है।
🔹 राजनीतिक हलचल तेज
तेज प्रताप यादव के इस बयान से बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है। विपक्षी गठबंधन INDIA के सहयोगियों के बीच यह बयानबाजी चुनावी रणनीति पर असर डाल सकती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेज प्रताप का यह बयान न केवल राहुल गांधी पर निशाना है, बल्कि INDIA गठबंधन के भीतर बढ़ते मतभेदों की ओर भी इशारा करता है।