भोपाल। राजधानी की क्राइम ब्रांच टीम ने एसीपी सचिन अतुलकर के नाम पर फर्जी आईडी तैयार कर बीमारी के नाम पर पैसे मांगने वाले जालासाज को चित्रकूट से दबोच लिया है। आरोपी ने फ़र्ज़ी आईडी बनाकर उस पर बच्ची का फोटो लगाकर अपील की थी, कि बच्ची कैसंर की पैशैंट है, ओर सभी उसके इलाज के लिये मदद करे। फेसबुक यूसर्स ने असली पुलिस अधिकारी की आईडी को समझकर आरोपी के फोन पे अकाउन्ट में मदद करने के लिये पैसै भी जका कराये। बताया गया है कि जालसाज अभी तक करीब 40 से 50 हज़ार रुपए ठग चुका है। क्राइम ब्राच अफसरो ने बताया कि राजधानी निवासी वसीम खान ने सायबर क्राइम ब्रान्च जिला में लिखित शिकायत करते हुए बताया था कि 28 मई को फेसबुक पर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सचिन अतुलकर के नाम से आईडी बनाई गई है, जिसमें एसीपी की फोटो लगी है। उस फेसबुक आईडी से एक बच्ची के कैसंर के ईलाज के लिये मदद करने के नाम पर फोनपे पर पैसे मांगे जा रहे है। पुलिस ने जॉच के बाद अज्ञात के खिलाफ मामला दर्जकर जॉच शुरु की। पडताल के दोरान सायबर क्राइम की टीम ने तकनीकि पडताल की ओर हाथ लगे सुरागो के आधार पर चित्रकूट जिला सतना से आरोपी संतोष गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। जालसाज केवल 12वीं तक पढा है, ओर कबाडे का काम करता है। पुछताछ मे संतोष ने बताया कि वो कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर नामी व्यक्तियों की फोटो गूगल से निकाल कर फेक फेसबुक आईडी बनाता ओर लोगो को फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजता था। इसके बाद वो गूगल से बीमार बच्चों की फोटो निकाल कर उनके इलाज के नाम पर खुद के फोन पे वॉलेट में रकम जमा करवा लेता था। फोनपे वॉलेट में पैसा आने पर वो खुद के बैंक खाते से तुरंत ही रकम निकाल लेता था। शातिर जालासाज ने ठगी के तरीके इंटरनेट से सीखे थे, ओर वो दिल्लि पुलिस के अफसरो की भी फर्जी आईडी बना चुका है। पुलिस ने आरोपी के पास से मोबाइल फोन, 2 सिम कार्ड जप्त किये है।