गांधीनगर | केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में शनिवार को गांधीनगर के महात्मा मंदिर में हुए ‘सहकार से समृद्धि’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प प्रधानमंत्री के रूप में अपने तीसरे कार्यकाल में विकास की गति को तीन गुना करना है, और उनके इस संकल्प में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में सहकारिता क्षेत्र भी नए कीर्तिमान स्थापित करने को प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस की थीम- ‘सहकारिता सभी के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करती है’ है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने तो ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मंत्र से सहकारी क्षेत्र में सर्वांगीण विकास की नई दिशा दिखाई है। पटेल ने पिछले एक दशक में प्रथम सहकारिता मंत्री अमित शाह के दूरदर्शी नेतृत्व में सहकारिता क्षेत्र के कायापलट पर प्रकाश डाला। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि देश भर में प्राथमिक सहकारी मंडलियों के आर्थिक सशक्तिकरण तथा सहकारी क्षेत्र को अद्यतन टेक्नोलॉजी युक्त बनाने के अनेक आयाम सफल हुए हैं। ग्राम पंचायत स्तर तक पैक्स और सहकारी मंडलियां संचालित हुई हैं। लगभग 93 हजार पैक्स केंद्रों का डिजिटल टेक्नोलॉजी के साथ मल्टीपर्पज सर्विस सेंटर के रूप में विकास किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुजरात में सहकारी क्षेत्र की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि 83 हजार से अधिक मंडलियों के 2 करोड़ 30 लाख से अधिक सभासद सहकारिता के जरिए ‘समान उद्देश्य, समान हित और समान लक्ष्य’ की भावना से कार्यरत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में सहकारी संस्थाएं अब मेडिकल कॉलेज से लेकर विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण के सेवा कार्यों में योगदान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि सहकारी आधार पर प्राकृतिक खेती को विकसित करने के लिए राज्य में 400 से अधिक प्राकृतिक खेती सहकारी मंडलियां चल रही हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने विश्वास व्यक्त किया कि सहकारी क्षेत्र ‘सहकार से समृद्धि’ के लक्ष्य को हासिल कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए ‘विकसित भारत@2047’ के आह्वान को सफल बनाएगा। उन्होंने सहकारी गतिविधि और सहकारिता क्षेत्र के साथ जुड़े सभी लोगों से सहकारी क्षेत्र की विकास यात्रा के जरिए अमृत काल में ‘विकसित गुजरात से विकसित भारत’ बनाने में सहयोग करने का अनुरोध किया।
इस मौके पर गुजरात के सहकारिता राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के सक्षम मार्गदर्शन में सहकारिता मंत्रालय ने काफी कम समय में सहकारी क्षेत्र में 54 से अधिक पहल की हैं। ग्रामीण स्तर पर विभिन्न सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए पैक्स को कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में संचालित किया है। गुजरात की 9400 से अधिक पैक्स मंडलियों में मॉडल बायलॉज लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि सहकारी संस्थाओं में सारी चीजों को ऑनलाइन और पारदर्शिता के साथ करने के उद्देश्य से राज्य में पिछले एक वर्ष में 3600 ग्राम पंचायतों को पैक्स की सेवाओं से कवर कर लिया गया है। गुजरात के इन दोनों सपूतों ने सहकारिता क्षेत्र के विकास के लिए जो स्वप्न देखा है, उसे गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में साकार करने को राज्य सरकार कृतसंकल्प है।
इफको और गुजकोमासोल के चेयरमैन दिलीप संघाणी ने स्वागत भाषण में कहा कि आज सहकारिता मंत्रालय की स्थापना को तीन वर्ष पूरे हो गए हैं। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस 1923 से मनाया जा रहा है। इसे हर साल जुलाई महीने के पहले शनिवार को मनाया जाता है। इस वर्ष इसका 102वां संस्करण मनाया जा रहा है, जिसकी थीम ‘सहकारिता सभी के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करती है’ रखी गई है। संघाणी ने कहा कि इफको ने नैनो यूरिया का उत्पादन शुरू किया है, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है। नैनो यूरिया के जरिए प्रदूषण को रोका जा सकता है।
इस अवसर पर केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित अन्य महानुभावों के करकमलों से दिल्ली में अमूल के पहले ऑर्गेनिक स्टोर का वर्चुअल लोकार्पण किया गया। इसके अलावा, सहकारिता से जुड़े किसानों को ‘नैनो यूरिया किट’ भी प्रदान की गई और नेशनल को-ऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स लिमिटेड के ‘भारत ऑर्गेनिक आटा’ को भी लॉन्च किया गया।