जयपुर । जिला कलक्टर राजन विशाल ने कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक में संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पशुओं के प्रति आमजन को दया भाव रखनी चाहिए इन पर किसी भी प्रकार की क्रूरता नहीं करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि पशुओं पर हो रही क्रूरता को प्रभावी रूप से रोकने के उद्देश्य से जयपुर जिले में कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गई है जिसका दूरभाष नम्बर-0141-2373237 रहेगा। पशु क्रूरता के संबंध में जिला स्तरीय कन्ट्रोल रूम पर अगर कोई भी शिकायत आयेगी तो उस पर सख्त कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने कहा कि पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 से संबंधित मामलों के शीघ्र निस्तारण करने के लिये नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है जिससे भविष्य में पशु क्रूरता से संबंधित मामलों में कमी आ सकेंगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिले में एक ट्रैंकुलाइजेशन गन उपलब्ध कराने के लिये पशु पालन विभाग द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। जिसका उपयोग आवारा पशुओं को नियंत्रण करने के लिये किया जायेगा। उन्होंने रात के समय सडक़ पर चलने वाले हाथियों पर रिफ्लेक्टर लगाने एवं अनफिट व अन्धें हाथियों को हाथीगांव में ही रखने के निर्देश दिये। जिला कलक्टर ने गर्मी के मौसम को मध्यनजर रखते हुये कहा कि जिन पशुओं का उपयोग बोझा ढ़ोने में किया जाता है उसके लिये समय का निर्धारण करने के लिये आवश्यक कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि शहर में आवारा कुत्तों का बधियाकरण एवं टीकाकरण नियमित रूप से किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने पशु जन्म नियंत्रण (कुत्ते) नियम 2001 के तहत जिले में डॉग मॉनिटरिंग कमेटी के गठन के भी निर्देश दिये। उन्होंने पशु पालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि पशुओं के प्रति दया-भाव जाग्रत करने के लिये जन जागरूकता अभियान शुरू किया जाये। बैठक में सदस्यों द्वारा तैयार महत्वपूर्ण सुझावों, प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई। इस दौरान पशु कल्याण अधिकारी, भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड एवं जिला पशु क्रूरता निवारण समिति के सदस्य श्री मनीष सक्सैना ने पशु क्रूरता निवारण समिति की कार्यवाही संबंधित रिपोर्ट जिला कलक्टर को सौपी।