बिहार पुलिस की डायल 112 को 5 सितंबर से महिलाओं के लिए एक नई सुरक्षित यात्रा सुविधा शुरू करने जा रही है. 28 अगस्त, 2024 दिन बुधवार को एडीजी (वायरलेस) निर्मल कुमार आजाद ने घोषणा की. एडीजी (वायरलेस) ने बताया कि बिहार ऐसी सेवा प्रदान करने वाला देश का तीसरा राज्य बन जाएगा. यह सुविधा, जो 24/7 और निःशुल्क उपलब्ध होगी, इसका मसकद पूरे राज्य में महिलाओं के लिए एक सुरक्षित यात्रा का करना है.

एडीजी आजाद के अनुसार, महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए त्योहारी सीजन से पहले यह पहल शुरू की जा रही है. बिहार में महिलाएं जल्द ही 112 पर कॉल करके किसी भी जगह तक सुरक्षित यात्रा कर सकेंगी. शुरुआत में यह सेवा छह जिलों - पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बेगूसराय और नालंदा में 5 सितंबर से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की जाएगी. पूरे राज्य में इसको 15 सितंबर से लागू करने का प्लान है. 

उन्होंने कहा कि अगर कोई महिला अपनी यात्रा के दौरान 112 पर कॉल करके सहायता मांगती है, तो टीम की तरफ से उसकी यात्रा की डिजिटल निगरानी की जाएगी. डायल 112 की टीम उसके स्थान तक पहुंचने तक उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से फोन पर जांच करेगी. अगर कोई महिला अपनी यात्रा के दौरान कोई चिंता व्यक्त करती है या चेक-इन कॉल का जवाब देने में विफल रहती है, तो डायल 112 इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल (ERV) या स्थानीय पुलिस वाहन के माध्यम से तत्काल सहायता भेजी जाएगी.

दरअसल, बिहार में डायल 112 सेवा, जो वर्तमान में आपातकालीन पुलिस सहायता, फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस सेवाएं प्रदान करती है, और अब इसका विस्तार किया जा रहा है. यह विस्तार सी-डैक के तकनीकी सहयोग से किया जा रहा है. बिहार पुलिस महिलाओं की यात्रा के दौरान उनके साथ संपर्क बनाए रखेगी और हर समय उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से उनकी सुरक्षा की समीक्षा करेगी.