फर्रुखाबाद । यूपी के फर्रुखाबाद में आम के बाग में दो सहेलियों के शव एक ही दुपट्टे से पेड़ पर लटके मिले थे। इस घटना के बाद कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के भगौतीपुर गांव की इस घटना ने इलाके के लोगों को हिलाकर रख दिया है। इस घटना को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि फंदे से लटकती मिली दो लड़कियों की लाश के पीछे क्या खुदकुशी का मामला है या उनकी हत्या हुई?
यह घटना फर्रुखाबाद के कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के भगौतीपुर गांव की है। यहां आम के बाग में 2 लड़कियों के शव पेड़ पर लटके मिले थे। इससे हड़कंप मच गया था। तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और जायजा लिया। पुलिस प्रथम दृष्टया इस मामले को आत्महत्या बता रही है। वहीं परिजनों का कहना है कि यह हत्या का मामला है। मृतक दोनों लड़कियां सहेली थीं। इनमें एक लड़की 18 साल की वहीं दूसरी 16 साल की थी। बीते दिन गांव में जन्माष्टमी पर झांकी सजी थीं। दोनों लड़कियां झांकी देखने गई थीं। देर रात तक जब दोनों घर नहीं लौटीं तो उनके परिजनों को लगा कि दोनों गांव में ही रिश्तेदारों के घर रुक गईं होंगी। सुबह होने पर गांव के बाहर आम के बाग में इन दोनों लड़कियों के शव लटके होने की खबर मिली। इस पर परिजन मौके पर पहुंचे और शिनाख्त की। एक लड़की के पिता ने हत्या का आरोप लगाया है। वहीं पुलिस इसे प्रथम दृष्टया आत्महत्या मान रही है।
मृतक लड़की के पिता ने कहा कि मेरी बेटी पड़ोस में रहने वाली उसकी दोस्त के साथ रात में झांकी देखने गई थी। देर रात तक नहीं लौटी तो हमने सोचा कि गांव में रिश्तेदार के घर रुक गई होगी। सुबह हमे जानकारी मिली कि गांव के बाहर बाग में 2 लड़कियों ने फांसी लगा ली है। मौके पर जाकर देखा तो वह मेरी बेटी और उसकी दोस्त थी। दोनों एक ही दुपट्टे से लटकी थीं। हमें लगता है कि उनकी हत्या की गई है। मौके पर एक मोबाइल और चप्पल मिली है। इस घटना पर पुलिस अधीक्षक अलोक ने कहा कि कायमगंज थाना क्षेत्र के गांव में 2 लड़कियों ने फांसी लगा ली है। फिलहाल यह मामला आत्महत्या का लगता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद सही बात पता चलेगी। घटनास्थल से एक मोबाइल मिला है जिसकी जांच की जा रही है। परिजनों ने मौत के मामले की जांच के लिए प्रार्थना पत्र दिया है।फिलहाल जांच की जा रही है। इसबीच टीएमसी के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने कहा कि कल यूपी के फर्रुखाबाद जिले में 2 दलित लड़कियों के शव रहस्यमय तरीके से पेड़ से लटके मिले हैं। लगता है कि इस मामले को छुपाया जा रहा है। इस मामले में कुछ अजीब तथ्य दिए गए हैं कि पोस्टमार्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट आने से पहले ही यूपी पुलिस ने मामले को आत्महत्या घोषित कर दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज नहीं किया है जबकि ऐसे मामलों में अनिवार्य है। कोई एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई है क्योंकि पुलिस का दावा है कि वे पीड़ित परिवार की शिकायत का इंतजार कर रहे हैं। इस मामले में पुलिस से एक भी सवाल नहीं पूछा गया है कि वे पोस्टमार्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट आने से पहले ही इस मामले को क्यों दबाना चाह रहे हैं। घंटों बाद भी एफआईआर क्यों दर्ज नहीं की गई है।  गोखले ने कहा कि यह 2 नाबालिग लड़कियों से जुड़ा मामला है। आखिर हम महिलाओं की सुरक्षा कैसे कर सकते हैं। मैंने एसपी को लिखा है। हमें यह जानना चाहिए कि इन 2 लड़कियों के शव अचानक पेड़ से लटके कैसे मिले हैं। अगर हमारा आक्रोश केवल राजनीतिक है तो हमारे देश में न्याय कभी नहीं हो सकता है।