भोपाल । प्रदेश में विभिन्न जिलों में लोगों ने ई-व्हीकल तो खरीद लिए हैं, लेकिन उनके चार्जिंग स्टेशन नहीं होने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, कुछ तो घर की बिजली से ही वाहन चार्ज कर रहे हैं, ऐसे में उन्हें अधिक बिल के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की माने तो जल्द ही चार्जिंग स्टेशनों की शुरूआत होगी और ई व्हीकल चालकों को परेशान नहीं होना पड़ेगा।
ई-व्हीकल खरीदने के लिए सरकार की ओर से प्रोत्साहित किया जा रहा है। लोगों का रूझान भी पेट्रोल और डीजल के महंगे दामों के कारण इस ओर बढ़ा है लेकिन शहर में इन वाहनों को चार्ज करने के लिए चार्जिंग स्टेशन ही नहीं है। चार्जिंग स्टेशन न होने के कारण घरेलू बिजली से ही इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्ज किये जा रहे हैं। इससे सरकार को राजस्व का चूना लग रहा है। घरेलू कनेक्शन से वाहन चार्ज कर उनका कमर्शियल उपयोग हो रहा है। जिला प्रशासन भी अबतक ई-व्हीकल को प्रोत्साहित करने के लिए चार्जिंग स्टेशन की सुविधा उपलब्ध नहीं करवा पाया है। इधर, बिजली कंपनी द्वारा जारी एक आदेश ने इलेक्ट्रिक वाहन के खरीदारों को सकते में ला दिया है। जारी आदेश में कहा गया है कि उपभोक्ता को ई-वीकल चार्जिंग (ई-रिक्शा, लोडिंग वाहन, व्यावसायिक उपयोग वाले) के लिए अलग मीटर कनेक्शन लेना होगा। जिसका प्रयोजन सिर्फ ई-वीकल चार्जिंग होगी। मीटर लगवाने के लिए बिजली विभाग में संपर्क कर आवेदन देना होगा।
 बिजली कंपनी के आदेश के बाद इलेक्ट्रिक वाहन के खरीदार चार्जिंग स्टेशन न होने से अब परेशान हो गए हैं। ई-रिक्शा चालक मंगल सिंह ने बताया कि अब घर में अलग से कनेक्शन लेना होगा और बिजली के महंगे बिलों का सामना करना पड़ेगा। ई- रिक्शा गुड्स चालक सोहन कुमार ने बताया कि इलेक्ट्रिक चार्जिंग की सुविधा नहीं मिली है। अब ऐसा लग रहा है कि ई-व्हीकल खरीदकर गलती कर दी है।