बिहार में पुल गिरने और धंसने के साथ ही अब स्कूल की छत भी गिरने लगी है। शनिवार को मुंगेर के सदर प्रखंड की तारापुर दियारा पंचायत स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय महेशपुर के पुराने जर्जर भवन की छत का हिस्सा टूटकर गिर गया।

इस घटना में विद्यालय में मौजूद शिक्षक व बच्चे बाल-बाल बच गए। विद्यालय के प्रधानाध्यापक उत्तम कुमार ने बताया कि विद्यालय भवन की छत जर्जर हो चुकी है। इस कारण कुछ वर्ष पहले ही केवल दो कमरे में शिक्षण कार्य संचालित किया जा रहा था। इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को भी दी गई थी।

'हमलोग डार के साए में विद्यालय का संचालन करते हैं'

उन्होंने बताया कि इस दिशा में विभागीय स्तर पर विद्यालय भवन के जीर्णोद्धार अथवा नए भवन निर्माण की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया। ऐसे में पिछले तीन-चार दिनों से हो रही लगातार वर्षा के कारण भवन की जर्जर छत का हिस्सा टूटकर नीचे गिर गया। इस घटना में शिक्षक तथा विद्यार्थी बाल-बाल बच गए। हमलोग डर के साए में विद्यालय का संचालन करते हैं।

उन्होंने कहा कि विद्यालय में बारहवीं तक की पढ़ाई होती है। इसके बावजूद दो कमरे में ही सभी कक्षाओं का संचालन करना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय भवन के जर्जर होने की सूचना डीएम को दी गई थी, इसके बावजूद अब तक इस दिशा में कोई ठोस प्रयास नहीं किया जा सका है। ऐसे में विद्यालय के विद्यार्थी जर्जर भवन के नीचे भय के साए में पढ़ाई करने को मजबूर हैं।

हादसे के बाद एक्टिव हुआ शिक्षा विभाग

इस संबंध में डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान विनय कुमार सुमन ने बताया कि विभागीय निर्देशानुसार जिले के सभी विद्यालय भवनों का सर्वे कराया जा रहा है। लगभग 90 प्रतिशत सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। विद्यालय की छत गिरने की सूचना प्रधानाध्यापक ने लिखित रूप से दी है।

चालू वित्तीय वर्ष में इस मद में आवंटन प्राप्त नहीं हुआ है। पूर्व में जिन विद्यालयों में अतिरिक्त वर्ग कक्ष का निर्माण कराया जाना है, इसके लिए राशि प्राप्त हुई है। कल संबंधित कनीय अभियंता विद्यालय की भौतिक जांच करेंगे। इसके बाद इस दिशा में कार्रवाई की जाएगी।