लखनऊ । राजधानी के बंथरा थाना अंतर्गत नानामऊ गांव में मंगलवार देर रात काशी विश्वनाथ से दर्शन कर घर लौट रहे किसान मखौल (65) की अज्ञात हमलावरों ने लाठी-डंडों से पीट पीटकर हत्या कर दी। किसान के परिजनों ने लाठी-डंडों से पीटने और गला घोंटकर हत्या किए जाने की आशंका जताई है। इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर कंजा खेड़ा चौराहे पर शव को रखकर हत्यारोपियों को गिरफ्तार किए जाने की मांग की है। प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची चार थानों की पुलिस ने परिजनों को समझाते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है।
एसीपी कृष्णानगर विनय द्विवेदी के मुताबिक, नानामऊ गांव निवासी किसान मखौल की मंगलवार रात अज्ञात हमलावरों ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद परिजनों ने मोहान रोड स्थित बनी मार्ग के पास कंजा खेड़ा चौराहे पर प्रदर्शन करना शुरु कर दिया था। बेटे पप्पू ने गांव के कुछ युवकों के खिलाफ पिता की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत की है। उनका आरोप है कि गांव के युवकों ने पिता जान से मारने की धमकी देते हुए उन्हें पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। लिखित शिकायत में बेटे ने बताया कि पांच दिन पूर्व पिता मखौल गांव के रहने वाले सुनील यादव के साथ वाराणसी में बाबा काशी विश्वनाथ का दर्शन कर घर लौट रहे। तभी रास्ते में हत्यारोपियों ने पिता की गांव के बाहर हत्याकर शव को तलाब के पास फेंक दिया था। आरोप है कि इस हत्याकांड के पीछे सुनील और उसके साथियों का हाथ है। इलाके अलावा हरौनी चौकी में तैनात सिपाही की मिलीभगत से हत्यारोपियों ने वारदात को अंजाम दिया है।