भोपाल ।  आगामी सत्र से राजधानी के गांधी मेडिकल कालेज (जीएमसी) भोपाल में  त्वचा रोग में पीजी की पढाई प्रारंभ होगी। चालू महीने से एमडी-एमएस की 18 सीटें बढ़ गई हैं। जीएमसी में पहली बार त्वचा रोग में एमडी कोर्स शुरू होने जा रहा है। उक्त सीटों पर शैक्षणिक सत्र 2022-23 में प्रवेश मिलेगा। कुल 122 सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव है। इसके लिए भारत सरकार से 116 करोड़ रुपये मिले हैं। बता दें कि गांधी मेडिकल कॉलेज में एमडी और एमएस की अभी 156 सीटें है। 122 सीटें और बढ़ती हैं तो कुल 278 सीटें हो जाएंगी। त्‍वचा रोग विभाग में पीजी शुरू होने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि प्रदेश में त्वचा रोग विशेषज्ञों की कमी कुछ हद तक दूर हो सकेगी। बता दें कि त्‍वचा रोग विभाग में भी स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए पिछले 5 साल से प्रयास किए जा रहे थे। सबसे बड़ी अड़चन बिस्तरों की संख्या को लेकर आ रही थी। एक सीट बढ़ाने के लिए कम से कम 30 बिस्तर का वार्ड होना चाहिए, लेकिन त्‍वचा रोग विभाग में सिर्फ 15 बिस्तर ही थे। टीबी मरीजों के वार्ड में बिस्तर थे। इस साल जनवरी में बिस्तरों की संख्या बढ़ाई गई। इसके बाद नेशनल मेडिकल कमीशन ने एक सीट में एमडी कोर्स शुरू करने की मंजूरी दी है। त्‍वचा रोग विभाग जुलाई के बाद हमीदिया अस्पताल के नए भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके बाद बिस्तरों की संख्या बढ़ने के साथ एक या दो सीटें भी बढ़ जाएंगी।  गांधी मेडिकल कालेज के डीन डॉ अरविंद राय ने बताया कि सीट बढ़ाने के लिए कालेज में फैकल्टी एवं अन्य बुनियादी सुविधाएं पर्याप्त हैं।  मालूम हो कि पीजी की सीटें बढ़ाने के लिए संसाधन बढ़ाने की जरूरत होगी। इसके लिए भारत सरकार से 116 करोड रुपए की राशि मिली है। इसी राशि से ईदगाह हिल्स में 192-192 सीट वाले दो छात्रावास बनाए जा रहे हैं। हमीदिया अस्पताल के पुराने भवन को गिराकर ओपीडी ब्लाक तैयार किया जाएगा। इसके अलावा एक छात्रावास हमीदिया अस्पताल परिसर में भी बनाया जाएगा।