जयपुर । राजस्थान स्टेट इण्डस्ट्रीयल डवलपमेंट एण्ड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड(रीको) के तत्वावधान में काँसिल ऑफ स्टेट इण्डस्ट्रीयल डवलपमेंट एण्ड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इण्डिया(कोसीडीसी) की ओर से अष्टम् राष्ट्रीय कोसीडीसी अवाड्र्स - 2022 समारोह जोधपुर जिले के शिकारगढ़ स्थित होटल इण्डाना में आयोजित हुआ।
मुख्य अतिथि उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्रीमती शकुन्तला रावत ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री ने कोसीडीसी की ओर से देश के विभिन्न हिस्सों की कंपनियों, संस्थानों, औद्योगिक प्रतिष्ठानों के पदाधिकारियों एवं उद्यमियों को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों एवं उल्लेखनीय योगदान के लिए नेशनल अवार्ड प्रदान कर सम्मानित किया। आउटस्टेडिंग एसआईडीसी अवार्ड ईडीसी लिमिटेड, गोआ को प्रदान किया गया। समारोह में आन्ध्रप्रदेश, गोवा, केरल, कर्नाटक, जम्मू कश्मीर, तमिलनाडु एवं राजस्थान राज्यों के 50 उद्यमियों को उनके श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। इनमें सर्वाधिक 21 उद्यमी राजस्थान के हैं।मुख्य अतिथि उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्रीमती शकुंतला रावत ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में देश के तीव्र एवं समग्र औद्योगिक विकास में कोसीडीसी की महत्वपूर्ण भूमिका बताते अवाड्र्स प्राप्त करने वाले सभी उद्यमियों को बधाई देते हुए शुभकामनाएं व्यक्त कीं।उन्होंने राजस्थान में प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधनों की उपलब्धता, कृषि उत्पादन, खनिज भण्डारों, रिन्यूएबल एनर्जी आदि का जिक्र करते हुए कहा कि राजस्थान में प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित उद्योगों के विकास एवं विस्तार के साथ ही इनमें उत्तरोत्तर निवेश की अपार संभावनाएं हैं। उद्योग मंत्री ने कहा कि ऑन शॉप डीलिंग में क्रूड ऑयल उत्पादन करने के मामले में राजस्थान देश में प्रथम स्थान पर है। प्रदेश के बाड़मेर जिले के पचपदरा में स्थापित हो रहे पैट्रोलियम रिफायनरी वह पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स के उत्पादों पर आधारित डाउनस्ट्रीम उद्योगों की स्थापना के लिए पचपदरा में ही रीको द्वारा राजस्थान पेट्रो जॉन के रूप में एक पैट्रोलियम केमिकल्स एंड पेट्रोकेमिकल्स इन्वेस्टमेंट रीजन की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने बहुआयामी प्रयासों को मूर्त रूप प्रदान करते हुए राज्य में उद्योगों की स्थापना और उनके संचालन के लिए अनुकूल माहौल बनाया है। सरकार का प्रयास है कि प्रदेश में स्थापित उद्योगों का उत्तरोत्तर विकास एवं विस्तार हो।