मॉस्को । यूक्रेन से युद्ध के बीच रूसी रेडियो स्टेशन के हैक होने से मॉस्को में हड़कंप मच गया। हैकर्स ने रेडियो स्टेशन के जरिए पूरे रूस में यूक्रेन के राष्ट्रगान का प्रसारण करवा दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने युद्ध विरोधी गाने भी बजाए। इसके बाद आनन-फानन में रेडियो स्टेशन की तकनीकी टीम ने प्रसारण को बंद कर दिया। रूसी तकनीशियनों ने बाद में फिर प्रसारण शुरू कराया। इस रेडियो स्टेशन का नाम कोमर्सेंट एफएम बताया जा रहा है, जिसका स्वामित्व कोमर्सेंट समाचार पत्र के पास है। कोमर्सेंट एफएम पर पर लंचटाइम न्यूज बुलेटिन के दौरान यूक्रेनी सैन्य गान ओह द रेड वाइबर्नम इन द मीडो बजने के मामले की जांच शुरू कर दी गई है। कोमर्सेंट एफएम के प्रधान संपादक एलेक्सी वोरोब्योव ने पुष्टि करते हुए कहा कि उनके चैनल को कुछ शरारती हैकर्स ने हैक कर लिया था। उन्होंने बताया कि हमें वास्तव में हैक किया गया था। तकनीकी विशेषज्ञ अब इस हमले के बारे में अधिक जानकारी जुटा रहे हैं, इंटरनेट स्ट्रीम के साथ कुछ करने की कोशिश कर रहे हैं। इस रूसी एफएम चैनल पर बजाए गए कुछ अन्य गीतों में रूसी रॉक बैंड नोगु स्वेलो के बनाए यूक्रेनी राष्ट्रगान और आई डोंट नीड ए वॉर भी शामिल हैं। इस घटना का एक ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कोमर्सेंट अखबार और एफएम का स्वामित्व रूसी बिजनेसमैन अलीशर उस्मानोव के पास है। अलीशर उस्मानोव रूस के पांचवे सबसे अमीर शख्स हैं। यूरोपीय यूनियन अलीशर उस्मानोव को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे पसंदीदा बिजनेसमैन में से एक मानता है। यूक्रेन के साथ युद्ध शुरू होने के बाद कई मौकों पर रूसी टीवी और रेडियो स्टेशनों को हैक किया गया है। मार्च के मध्य में रूस की सरकारी चैनल वन को हैक किया गया था। इस दौरान हैकर्स ने चैनल पर झूठी खबर चलाने की बात स्वीकारने और माफी मांगने की न्यूज चला दी थी। 10 मई को रूसी विक्टरी डे परेड के दिन भी एक रूसी टीवी चैनल को हैक किया गया था। इस दौरान चैनल पर आपके हाथों में हजारों यूक्रेनियन और उनके सैकड़ों मारे गए बच्चों का खून है का मैसेज टेलिकॉस्ट किया गया था।