नई दिल्ली । इंडोनेशिया के पोर्ट से 78000 मेट्रिक टन यूरिया लेकर दो जहाज भारत के लिए रवाना हुए थे।भारत सरकार की ओर से यूरिया के लिए टेंडर इंडियन पोटाश लिमिटेड ने किया था। यह यूरिया भारत में अप्रैल माह में आना था। सप्लायर कंपनी अंबर फटलाइजर ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में 3 गुना रेट बढ़ जाने के कारण 78 हजार मैट्रिक टन यूरिया चीन को बेच दिया,और भारी मुनाफा कमाया।
समय पर यूरिया भारत नहीं पहुंचने पर इंडियन पोटाश लिमिटेड द्वारा जांच की गई। इसी बीच सप्लायर ने 78 हजार मैट्रिक टन यूरिया भारत के मुंद्रा और विशाखापट्टनम पोर्ट में 2 माह के विलंब से सप्लाई किया।अंतरराष्ट्रीय बाजार में उस समय दाम काफी कम हो गए थे। भारत सरकार ने सप्लायर कंपनी की सिक्योरिटी राशि 25 करोड़ ज़ब्त कर ली है। कंपनी को 3 वर्ष के लिए ब्लैक लिस्टेड किया गया है। इस बीच किसानों को समय पर यूरिया नहीं मिलने के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ा।