प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारतीय बैंकों और भारतीय करेंसी को ग्लोबल कारोबार और सप्लाई चेन का हिस्सा बनने की जरूरतों पर जोर दिया। साथ ही वित्तीय संस्थानों को वित्तीय और कॉरपोरेट शिकायत निवारण प्रक्रिया लागू करने की बात कही। पीएम मोदी ने यह बयान वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के "आजादी का अमृत महोत्सव" के आइकॉनिक सेलिब्रेशन के उद्धाटन के मौके पर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत मौजूदा वक्त में कई वित्तीय समावेशन प्लेटफॉर्म को विकसित किया है। ऐसे में जरूरत है कि इनके बारे में लोगों को जागरूक किया जाएं, जिससे ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग इन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकें। उन्होंने कहा कि भारत को ग्लोबली वित्तीय समावेशी सॉल्यूशन के बारे के बारे में काम करना होगा।

पीएम मोदी की तरफ से जन समर्थ पोर्टल को लॉन्च किया गया है। जो कि एक क्रेडिट लिंक्ड पोर्ट है, जहां से युवाओं, उद्ममियों और किसोनों के लिए आसानी आसान किस्तों पर लोन लिए 12 तरह की सरकारी स्कीम मौजूद हैं। जन समर्थ पोर्टल एक एंड टू एंड डिलीवरी प्लेटफॉर्म होगा, जिससे आने वाले दिनों में ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ेंगे और आसानी से लोन हासिल कर पाएंगे। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह जरूरी है कि कैसे हमें अपने घरेलू बैंकों पर फोकस करना चाहिए। साथ ही इंटरनेशनल सप्लाई चेन और ट्रेक के हिस्से के रूप में करेंसी अहम रोल अदा कर रही है।