महाराष्ट्र : ट्रेन में तीन यात्री को जिंदा जलाने वाला संदिग्ध गिरफ्तार....
केरल के कोझिकोड में ट्रेन में आग लगाने की घटना के संदिग्ध को पुलिस ने महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि संदिग्ध ने कोझिकोड जिले के एलाथूर के पास अलप्पुझा-कन्नूर एक्जीक्यूटिव एक्सप्रेस ट्रेन के डी1 डिब्बे के अंदर एक यात्री पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा दी थी। इस घटना में तीन लोगों की जान चली गई थी।
महाराष्ट्र के रत्नागिरी से गिरफ्तार हुआ संदिग्ध आरोपी
महाराष्ट्र एटीएस ने बताया कि सेंट्रल इंटेलिजेंस और महाराष्ट्र एटीएस की एक संयुक्त टीम ने कोझिकोड ट्रेन में आग लगाने की घटना के फरार संदिग्ध आरोपी को महाराष्ट्र के रत्नागिरी से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि केरल पुलिस की एक टीम भी रत्नागिरी पहुंच चुकी है और आरोपी को जल्द ही उनके हवाले कर दिया जाएगा।
संदिग्ध की गिरफ्तारी पर बोले केरल के डीजीपी
केरल के डीजीपी ने कोझिकोड ट्रेन अग्निकांड मामले में गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आरोपी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संदिग्ध आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। उसे वापस केरल लाया जाएगा। आरोपी से विस्तृत पूछताछ के बाद, हम और अधिक जानकारी प्राप्त कर पाएंगे।
शाहरुख सैफी के रुप में हुई संदिग्ध की पहचान
महाराष्ट्र पुलिस ने बताया कि कोझिकोड ट्रेन अग्निकांड के संदिग्ध शाहरुख सैफी को केरल पुलिस को सौंपा जा रहा है। वहीं, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि महाराष्ट्र पुलिस ने कोझिकोड ट्रेन अग्निकांड के संदिग्ध को महाराष्ट्र के रत्नागिरी में पकड़ा है। मैं महाराष्ट्र सरकार, पुलिस और आरपीएफ और एनआईए को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने उसे इतनी जल्दी पकड़ा है।
NIA कर रही है मामले की जांच
बता दें कि एक दिन पहले कोझिकोड ट्रेन मामले के संदिग्ध की तलाश के लिए रेलवे पुलिस के दो अधिकारी नोएडा पहुंचे थे। साथ ही एनआईए की एक टीम मामले की जांच के लिए कन्नूर गई थी। बताते चलें कि एनआईए की टीम और आतंकवाद निरोधी दस्ता इस मामले की जांच कर रहा है। घटना के बाद जांच टीम ने रेलवे ट्रैक के पास से एक बैग बरामद किया था।
क्या है मामला
गौरतलब है कि रविवार की रात कन्नूर जाने वाली चलती ट्रेन में एक संदिग्ध ने अपने सहयात्रियों पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा दी थी। हालांकि, बाद में रेलवे ट्रैक पर तीन लोगों के शव भी बरामद किए गए थे। आगजनी की इस घटना में कई लोग झुलस भी गए थे।