राजस्थान में शहरी और ग्रामीण आबादी पर लगातार पैंथर के हमले बढ़ रहे हैं। पिछले कई दिनों से विराटनगर और इसके आसपास के इलाकों में पालतू मवेशियों का शिकार कर रहे पैंथर को आखिर वनकर्मियों की टीम पकड़ने में सफल रही। सकतपुरा गांव में लगाए गए पिंजरे में  पैंथर कल रात को कैद हो गया। वन विभाग ने पैंथर का मेडिकल परीक्षण कर उसे बिलवाड़ी के जंगलों में रिलीज कर दिया है।

गौरतलब है कि राजस्थान में तेंदुओं की तेजी से बढ़ती तादाद ने इंसानी आबादी से लिए बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। पिछले 5 महीनों में यहां तेंदुओं के हमले में 6 लोगों की जान जा चुकी है। इसे देखते हुए वन विभाग ने नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड को चिट्ठी लिखकर मार्गदर्शन मांगा है। मामले से जुड़े वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि फिलहाल उनके पास ऐसे मामलों में पैंथर को पकड़कर फिर से जंगल में छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।