नई दिल्ली । इस बार देश में मानसून मेहरबान दिख रहा है अधिकांश हिस्सों में बारिश का दौर शुरु हो गया है। मौसम विभाग ने राजधानी दिल्ली में मानसून के आगमन की भविष्यवाणी भी कर दी है। राजधानी दिल्ली व आसपास के कई जगहों पर झमाझम बारिश हो रही है। मुंबई में भी भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है। रविवार को सीजन की पहली भारी बारिश हुई थी वहीं सोमवार को भी शहर में मूसलाधार बरसात हुई। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार, 21 जून यानी आज भी मुंबई में भारी बारिश की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को मुंबई और ठाणे में 21 जून तक बहुत भारी बारिश के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। भारी बारिश की संभावना को देखते हुए लोगों को सावधानी से घरों से बाहर निकलने की सलाह भी दी थी।
स्काईमेट वेदर के मुताबिक आज असम के पश्चिमी हिस्सों, सिक्किम, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, केरल के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा सहित मुंबई, दक्षिण गुजरात, पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। दक्षिण ओडिशा, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्से में बारिश की संभावना है। पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों, तमिलनाडु, लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ के बाकी हिस्सों, आंतरिक ओडिशा, मध्य प्रदेश के बाकी हिस्सों, उत्तर-पश्चिम और पूर्वी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
मौसम विभाग के मुताबिक मुंबई में मंगलवार, 21 जून को आसमान में बादल छाए रहेंगे और भारी बारिश होगी। इसी के साथ बता दें कि आज मुंबई के सांताक्रूज में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री और अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। वही कोलाबा में आज न्यूनतम तापमान 23 डिग्री और अधिकतम तापमान 28 डिग्री रहने की संभावना है। जबकि बोरीवली में आज न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। आईएमडी के मुताबिक शहर में 21 जून से 24 जून तक भारी बारिश होने की संभावना है। इसके बाद हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून अपनी सामान्य आगमन तिथि (27 जून) के आसपास दिल्ली पहुंच जाएगा और वर्षा की कमी की भरपाई भी जून अंत तक हो जाने की संभावना है। पिछले तीन दिन में हुई मानसून पूर्व वर्षा ने दिल्ली में बारिश की कमी को 34 प्रतिशत तक कम कर दिया है और अधिकतम तापमान गिरकर लगभग 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। दिल्ली में एक जून के बाद से 23.8 मिमी बारिश हुई है, जबकि इस अवधि में सामान्य तौर पर 36.3 मिमी बारिश होती है। यह बारिश पिछले चार दिन में हुई है।
स्काईमेट वेदर के अध्यक्ष (मौसम विज्ञान) जीपी शर्मा ने बताया कि अगले दो से तीन दिन में बंगाल, उत्तरी ओडिशा और उससे सटे बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में चक्रवाती हवाओं का एक क्षेत्र बनेगा, जो सिंधु-गंगा के मैदानी क्षेत्रों में हवा की प्रणाली में बदलाव लाएगा। उन्होंने कहा कि ये चक्रवाती हवाएं सामान्य पूर्वी प्रवाह की शुरुआत करेंगी जो पश्चिमोत्तर भारत में मानसून के आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण है। एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र पर बना हुआ है। उत्तरी राजस्थान, पंजाब और हरियाणा पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
वहीं एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तर पश्चिम बंगाल और असम तक फैली हुई है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र तमिलनाडु तट से दूर दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। एक उत्तर-दक्षिण ट्रफ रेखा कोंकण, गोवा और तटीय कर्नाटक से दूर अरब सागर में फैली हुई है।
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने बताया कि मानसून सामान्य रूप से आगे बढ़ रहा है और ऐसी किसी प्रणाली का पूर्वानुमान नहीं है जो अभी इसकी प्रगति को रोक सके। उन्होंने बताया कि मानसून मध्य प्रदेश के अधिकतर हिस्सों, पूरे ओडिशा और गांगेय बंगाल, झारखंड और बिहार के अधिकांश हिस्सों और दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों की ओर बढ़ गया है।