उदयपुर। भीलवाड़ा जिले में पुलिस के मालखाने से तीन सौ से ज्यादा हथियार गायब हो गए। हथियारों की पड़ताल कर रही जांच कमेटी के खुलासे के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले में हथियार शाखा प्रभारी के खिलाफ प्रतापनगर थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है।

मिली जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा पुलिस लाइन की हथियार शाखा में चल रही हथियारों की पड़ताल से खुलासा हुआ है कि वहां से 317 हथियार गायब हो गए। जबकि कई हथियारों के पार्ट्स के साथ बैरल की जगह पाइप लगे मिले। संख्या पूरी करने के लिए नकली हथियार रख दिए गए।

तीन महीने से की जा रही थी जांच

तीन महीने से भीलवाड़ा पुलिस लाइन के हथियार शाखा में रखे हथियारों की जांच की जा रही थी। यहां पिछले पांच दशक से पिस्टल, बारह बोर की बंदूक, देसी कट्टा, रिवाल्वर के अलावा राइफल आदि हथियार जमा थे। जब इन हथियारों के भौतिक सत्यापन के लिए गठित दो टीमों ने जांच की तो यह गड़बड़ी सामने आई। नए हथियार शाखा प्रभारी ने चार्ज लेने से पहले की थी भौतिक सत्यापन की मांग।

बताया गया कि पुलिस लाइन के अमानती तथा जब्त हथियार शाखा प्रभारी का दायित्व हैड कांस्टेबल शंकर लाल के पास था। उसकी सेवानिवृत्ति 31 अक्टूबर 2022 को हो गई। उसके सेवानिवृत्ति से तीन महीने पहले इसका चार्ज हैड कांस्टेबल महावीर प्रसाद को सौंपा जाना था। उसके हथियारों के भौतिक सत्पापन के बाद ही चार्ज लेने की मांग के बाद हथियारों की जांच शुरू की गई थी। पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धु ने 28 जुलाई 2022 को हथियारों के भौतिक सत्यापन के लिए कमेटी गठित की थी।

ये हथियार गायब

पुलिस अधीक्षक की गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। जिसमें उन्होंने बताया कि सिंगल और डबल बैरल की 276 बंदूकें, 12 बोर के 3 तमंचे, 8 पिस्टल, 12 बोर की 4 बंदूकें, 11 राइफल व अन्य 15 हथियार मालखाने से गायब हैं। जांच कमेटी ने यह भी बताया कि अधिकतर हथियारों का बॉडी नंबर या किसी प्रकार की निशानी रजिस्टर में अंकित नहीं की गई।