जयपुर । उद्योग एवं वाणिज्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती वीनू गुप्ता ने इन्वेस्ट राजस्थान समिट की तैयारियों और जरूरी दिशा-निर्देशों के लिए प्रदेश भर के महाप्रबंधकों और संबंधित अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में 7 और 8 अक्टूबर को होने वाली ‘इन्वेस्ट राजस्थान समिट-2022‘ को सफल बनाने के लिए अधिकारी सजग रहकर उन एमओयूज पर विशेष फोकस करें, जिनके धरातल पर उतरने की संभावना प्रबल हो। ऐसे निवेशकों से अधिकारी व्यक्तिगत संपर्क रखते हुए उनकी हरसंभव मदद करें।
इस दौरान जिला स्तर की औद्योगिक संस्थाओं के रजिस्ट्रेशन से लेकर स्थानीय निवेशकों के द्वारा किए जाने वाले एमओयूज पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान जिलों में उत्पादित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाले उत्पादों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की गई। श्रीमती गुप्ता ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अक्टूबर में होने वाला बहुप्रतिक्षित समिट प्रदेश के सर्वांगीण विकास की नई इबारत गढ़ेगा। उन्होंने कहा कि 10 करोड़ रूपए से अधिक एमओयूज को राजनिवेश पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाएं ताकि निवेशकों को कम से कम समय में संबंधित सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सके। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने समिट के दौरान होने वाले लोकार्पण और शिलान्यास होने वाले कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि समिट का हिस्सा बनने के लिए निशुल्क रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। उन्होंने किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए अधिकारियों को समय रहते संबंधित जिलों के एसोशिएशंस का पंजीकरण करवाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समिट के दूसरे दिन 8 अक्टूबर को एमएसएमई कॉन्क्लेव का आयोजन होगा, ऐसे में कोशिश की जाए कि ज्यादा से ज्यादा स्थानीय एसोशिएशंस हिस्सा लें। उद्योग आयुक्त महेन्द्र कुमार पारख ने इस दौरान समिट के दौरान होने वाले सेक्टोरल सेशंस और अन्य जानकारियों से अधिकारियों को अवगत कराया और आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।