जयपुर । माइंस विभाग ने परफोरमेंस के आधार पर माइनिंग इंजीनियर नागौर नरेन्द्र खटिक को जुलाई माह का बेस्ट परफोरमर अधिकारी घोषित किया है। निदेशक, खान एवं पेट्रोलियम भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि विभाग द्वारा नवाचार अपनाते हुए खान विभाग के 50 कार्यालयों में कार्य निष्पादन को लेकर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा स्थापित करते हुए प्रतिमाह माह बेस्ट परफोरमर अधिकारी घोषित करने का निर्णय किया है। चयन के लिए 100 अंकों की पूरी तरह से निष्पक्ष व ऑब्जेक्टिव प्रक्रिया अपनाई गई है।
एमई नागौर नरेन्द्र खटिक को सर्टिफिकेट ऑफ एप्रिसियेशन जारी किया गया है। अतिरिक्त निदेशक जयपुर श्री बीएस सोढ़ा के कार्यक्षेत्र ने लगातार दूसरी बार बाजी मारी है। जून माह में एएमई दौसा को बेस्ट परफोरमर अधिकारी घोषित किया गया था। माइंस सचिव श्रीमती आनन्दी ने प्रतिमाह बेस्ट परफोरमर चयन करने को रिजल्ट ओरियेंटेड स्वस्थ्य परंपरा बताते हुए कहा कि इससे सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। उन्होंने माइंस विभाग के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि हमें बेहतर परिणाम प्राप्त करने के समन्वित प्रयास करने होंगे। डीएमजी श्री कलाल ने बताया कि अच्छा काम करने वाले अधिकारियों को प्रोत्साहित करने के लिए माह का बेस्ट परफोरमर अधिकारी घोषित कर प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाने लगा है। इसके लिए 100 नंबर का वस्तुनिष्ट (ऑब्जेक्टिव) फोरमेट तैयार किया गया हैं जिसमें लक्ष्यानुसार राजस्व वसूली के लिए 40 अंक, प्लॉट डेलिनियेशन के 20 अंक, पुरानी बकाया वसूली के 15 अंक, अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए 15 अंक और संपर्क पोर्टल प्रकरणों के निष्पादन के लिए 10 अंक तय किये गये हैं। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को इसी से समझा जा सकता है कि पहले स्थान पर रहे एमई नागौर नरेन्द्र खटिक ने जहां 71 अंक प्राप्त किये, वहीं एमई डूंगरपुर दिलीप सुथार 69 अंक, एमई जोधपुर भगवान सिंह 65 अंक और एमई बाड़मेर वेद प्रकाश और एमई बीकानेर महेश प्रकाश पुरोहित दोनों को 64-64 अंक प्राप्त हुए। एमई कोटा आरएन मंगल ने रेंकिंग में उल्लेखनीय सुधार करते हुए 63 अंक के साथ पांचवें स्थान पर आ गए। राजस्व वसूली में नागौर, डूंगरपुर, जोधपुर, बाड़मेर ने 40 में से 40 अंक प्राप्त किए वहीं बीकानेर और कोटा 39 अंक प्राप्त किए।