नई दिल्ली । समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से नाराजगी के बीच सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने बुधवार को मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की है। इस बीच ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने अखिलेश यादव पर हमला बोला है। अरुण ने यहां तक कहा कि गठबंधन रहेगा या नहीं यह अखिलेश यादव को ही तय करना है। अगर उन्हें लगता है कि पर्दे के पीछे कुछ हो रहा है तो हमें बुलाकर पूछना चाहिए। मुलायम से मुलाकात पर अरुण ने कहा कि उनकी पत्नी का निधन हुआ था। उसी को लेकर ओपी राजभर शोक संवेदना व्यक्त करने गए थे। मुलायम सिंह ने राजभर से यह भी पूछा कि सब ठीक चल रहा है। नेताजी हमेशा कहते हैं कि मेहनत करो। हम लोग लगातार मेहनत कर रहे हैं। अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए अरुण राजभर ने कहा कि सपा और सुभासपा एक दूसरे की सहयोगी हैं। हमारे गठबंधन में रालोद भी शामिल है। अगर किसी बैठक में एक सहयोगी को बुलाया जाएगा और दूसरे को नजरअंदाज किया जाएगा तो कोई भी आपत्ति दर्ज करेगा ही। अरुण ने कहा कि हम लोग विपक्ष की पार्टियां हैं। राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा के साथ विपक्ष की सभी पार्टियों के साथ बैठक होनी चाहिए। बैठक में पहले हमें भी बुलाया गया। फिर अचानक कह दिया गया कि बैठक कैंसिल हो गई है। जबकि ऐसा नहीं हुआ था। यशवंत सिन्हा के साथ बैठक अन्य गठबंधन के साथियों के साथ हुई। अरुण ने कहा कि हम तो खुलकर कह रहे हैं कि समाजवादी पार्टी के साथ हैं और 2024 तक रहना चाहते हैं। लेकिन आप क्या करना चाहते हैं, यह नहीं बता रहे हैं। ओपी राजभर के खुलेआम अखिलेश पर निशान साधने के सवाल पर अरुण ने कहा कि एसी कमरों से राजनीति की बात कहना गलत नहीं है। जब मजबूती से लड़ना है तो सड़क पर आना ही होगा। जब प्रधानमंत्री ने हैदराबाद में कह दिया कि हमने किला गिरा दिया तो अपको भी अपना किला बचाने के लिए मेहनत तो करनी ही होगी।