सपनों के सौदागर लूट रहे हैं गरीबों के आशियाना चौकिये मत ये सपनों के सौदागर और कोई नहीं बल्कि जिले के अवैध लॉटरी माफिया हैं। जिला मुख्यालय के कोने कोने में गरीब मजदूर, रिक्शा चालक, कुली से लेकर आम लोग यहां तक की अच्छे घराने के लोगो को भी रातों रात करोड़पती बनाने के सपने दिखाकर उनके आशियाना उजाड़ रहे हैं। किशनगंज जिला पश्चिम बंगाल के सीमा से सटे होने के कारण जिले में बेरोकटोक पश्चिम बंगाल, मिजोरम व नागालैंड के अवैध लौटरी खुले आम बिक रहा है।जिला मुख्यालय में इन अवैध लॉटरी के थोक विक्रेता भी मौजूद हैं, खासकर कुतूबगंज हाट, चूड़ीपट्टी, कसेरापट्टी, कैलटेक्स चौक खगड़ा सहित कई जगह में आवासीय घर और दुकानों में थोक अवैध लौटरी बेचा जा रहा है। साथ ही थोक विक्रेता बंगाल लौटरी दुकान के नाम से बिल भी दे रहे है। जिससे यहां के अवैध लौटरी विक्रेताओं को बंगाल जाना नही पड़ रहा हैं।