बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो रेल निर्माण का कार्य काफी तेजी से चल रहा है. इसी में तेजी लाने के लिए डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने पटना मेट्रो रेल परियोजना के पदाधिकारियों को कुछ जरूरी निर्देश दिए है. उन्होंने मेट्रो निर्माण कार्य में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए एसडीओ व एसडीपीओ को निर्देश दिए है. मेट्रो निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण किये जाने पर रैयतों को मुआवजा का भुगतान तेजी से करने के लिए जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को भी निर्देश दिया गया है. 

डीएम ने मंगलवार को मेट्रो निर्माण की समीक्षा करते हुए कहा कि मेट्रो निर्माण के रास्ते आने वाली सभी बाधाओं को दूर कर दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि रानीपुर व पहाड़ी मौजे में कुल 82 खेसरा में अर्जित 75.945 एकड़ जमीन है. इसके लिए 397 रैयतों के बीच 213.46 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है, जबकि 84.24 करोड़ रुपये प्राधिकार में जमा किये गये हैं.

पीएमसीएच के पास बने राधाकृष्ण मंदिर को किया जाएगा शिफ्ट 

मेट्रो स्टेशन निर्माण के लिए पीएमसीएच के पास बने राधाकृष्ण मंदिर को भी शिफ्ट किया जाएगा. डीएम ने पटना सदर एसडीओ, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी व पटना सदर सीओ को इसके लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. साथ ही डीएम ने कहा है कि पूर्व से निर्मित लगभग 33 मकानों और संरचनाओं को हटाना अभी बाकी है. मीठापुर बायोडक्ट परियोजना के लिए अधिगृहीत भूमि के 18 रैयतों में सात का भुगतान हो चुका है. वहीं इस न्यू आइएसबीटी मेट्रो स्टेशन के लिए पहाड़ी मौजे के रैयतों का शत प्रतिशत भुगतान हो गया है. जगनपुरा मेट्रो स्टेशन, रामकृष्णा मेट्रो स्टेशन, पटना यूनिवर्सिटी, पीएमसीएच व मीठापुर बायोडक्ट का भी दखल - कब्जा करा दिया गया है.

आपको बता दें की मेट्रो की जमीन पर बने मकानों को हटाने क काम तीन-चार दिनों में पूरा हो जायेगा. खेमनीचक स्टेशन का कार्य सुचारू रूप से हो इसके लिए अतिक्रमण हटाने को कहा गया है.