लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अपने चार दिवसीय दौरे के चौथे और अंतिम दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द विधान भवन में सोमवार को उत्तर प्रदेश विधान मंडल के संयुक्त सदन को संबोधित क‍िया। इसका आयोजन आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष पर किया जा रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि सदन में जो कुछ भी अमर्यादित हुआ, उसे अपवादस्वरूप भुला देना चाहिए। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच में वैचारिक मतभेद तो हो सकते हैं लेकिन वैमनस्य नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विधानमंडल लोकतंत्र का मंदिर है और आप जनता के भाग्य विधाता हैं। जनता की आपसे बहुत सारी उम्मीदें, आकांक्षाएं और अपेक्षाएं हैं। जनप्रतिनिधियों को बिना भेदभाव के सभी के लिए काम करना चाहिए। आप उनके लिए भी काम करिए जिन्होंने आप को वोट देकर यहां भेजा है और उनके लिए भी उसी निर्विकार भाव से काम करिए जिन्होंने आप को वोट नहीं दिया है। विधानमंडल के दोनों सदनों में महिला सदस्यों की कम संख्या पर भी उन्होंने असंतोष जताया। महिला सदस्यों की संख्या बढ़ाने की संभावनाएं तलाशने पर भी जोर दिया।