जयपुर। राजस्थान के राजसमंद में बदमाशों द्वारा पेट्रोल डालकर जलाए गए पुजारी की उदयपुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार को मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पिछले रविवार को राजसमंद में करीब 10 लोगों ने कथित तौर पर नवरत्न प्रजापद (72) और उनकी पत्नी पर पेट्रोल बम फेंका था, जिसमें वह झुलस गए थे। हमला हीरा की बस्ती इलाके में हुआ, जहां प्रजापत अपनी पत्नी और बेटे के साथ एक छोटे से आवास में खाना खा रहे थे। आग बुझाने के प्रयास में पुजारी की पत्नी भी घायल हो गई थी।

देवगढ़ (राजसमंद) के एसएचओ प्रताप सिंह ने कहा कि पुजारी की शनिवार को उदयपुर के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उनकी पत्नी का भी उसी अस्पताल में इलाज चल रहा है। प्रजापद लगभग 80 प्रतिशत झुलस गया था, जबकि उसकी पत्नी जमना 35 प्रतिशत घायल हो गई थी। एसएचओ ने कहा कि इस मामले में अब तक कुल सात आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। कुछ स्थानीय लोग देवनारायण मंदिर के पुजारी प्रजापत को बदलना चाहते थे। उन्होंने कहा कि मंदिर भूमि विवाद को लेकर राजसमंद में एक दीवानी अदालत में केस भी चल रहा था। घटना से पहले नवरत्न ने कई बार पुलिस से शिकायत की थी। उन्होंने आरोपितों के खिलाफ पुलिस अधीक्षक (एसपी) और कलेक्टर से भी शिकायत की थी।

लापरवाही के आरोप में निलंबित

एसपी ने देवगढ़ थाने के एसएचओ को कार्रवाई के निर्देश दिए थे, लेकिन तत्कालीन एसएचओ शैतान सिंह ने मामले को स्थानीय चौकी को फारवर्ड कर दिया। इसके बाद इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई।इस घटना के बाद महानिरीक्षक (आईजी) उदयपुर ने लापरवाही बरतने के आरोप में तत्कालीन एसएचओ व चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया था। यह मामला काफी दिन चर्चा में रहा था।