रेलवे के वित्त प्रमुख जयपुर के श्याम नगर निवासी आईआरएएस नरेश सालेचा को राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) में सदस्य नियुक्त किया गया है। सालेचा भारतीय रेल लेखा सेवा के 1984 बैच के एचएजी प्लस ग्रेड के अधिकारी हैं। वे अभी रेलवे के वित्त प्रमुख यानि मेंबर फाइनेंस थे। रेलवे के ईस्टर्न एंड वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (ईएंडडब्ल्यूडीएफसी) में भी उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। उनके पास डीएफसीसीआईएल के निदेशक (वित्त) का एडिशनल चार्ज था। उनके पिता व राजस्थान कैडर के सीनियर आईएएस अधिकारी डॉ पुखराज सालेचा दौसा कलेक्टर सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।

एनसीएलएटी एक अपीलीय न्यायाधिकरण है। जहां एनसीएलटी, आईबीबीआई, सीसीआई और एनएएफआरए के आदेशों पर अपील सुनी जाती है। यह पद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के समकक्ष है। जिसका कार्यकाल 4 वर्ष है। जिसे 67 वर्ष की आयु तक बढ़ाया भी जा सकता है। इनके पिता डॉ. पुखराज सालेचा ने जैन लॉज में 78 वर्ष की आयु में पीएचडी की थी। वे देहदान में अग्रणी थे और उन्होंने जयपुर में मेडिकल कॉलेज को मृत्यु के बाद पहले अपनी मां, पत्नी और अंत में स्वयं के शरीर का दान कर दियासालेचा को रेलवे में राजस्व बढ़ाने की विशेष जानकारी है। रेलवे के अलावा वे भारत सरकार के कई महारत्न, नवरत्न, मिनी नवरत्न, पीएसयू, एनबीसीसी, डीएमआरसी, कोलकाता मेट्रो आदि में काम करने का अनुभव है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) को गति देने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।