कोटा । राजस्थान के कई इलाकों में इनदिनों भारी बारिश का दौर जारी है। इसकारण कई जिलों में सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में अवकाश घोषित किए गए हैं। कोटा में मंगलवार को दूसरे दिन भी स्कूल बंद रहे। वहीं कोटा संभाग में हो रही भारी बारिश के कारण वहां चारों जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। कोटा सहित इसके बूंदी, बारां और झालावाड़ जिले में चौतरफा पानी ही पानी फैला है। बचाव दल पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के काम में जुटे हैं। कोटा में सोमवार को रेस्क्यू टीमों ने सैंकड़ों लोगों को पानी से निकालकर कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। पानी से घिरे लोगों को भोजन के पैकेट्स भी पहुंचाये जा रहे हैं। हाड़ौती संभाग में बारिश से हाहाकार मचा हुआ है।
कोटा में लोग पानी के बीच रहकर पीने के पानी के लिये तरसने लगे हैं। कई इलाकों में लोगों को 3 दिन से पीने का पानी नहीं मिल रहा है। वे जैसे-तैसे करके पीने के पानी का जुगाड़ कर रहे हैं। बारिश के चलते अकेलगढ़ से पेयजल सप्लाई में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को भी शहर में एक ही पारी में पेयजल की आपूर्ति होगी। जलदाय विभाग ने की उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे आवश्यक मात्रा में जल संग्रहण करके रखें।
वहीं टोंक जिले में भी बारिश ने कहर बरपा रखा है। वहां भी सड़कें दरिया बनी हुई हैं। इलाके में भारी बारिश से बीसलपुर बांध में पानी की आवक तेज हो गई है। बीसलपुर बांध का जलस्तर पहुंचा 313.57 आरएल मीटर तक पहुंच गया है। त्रिवेणी नदी 7 मीटर के उफान पर बह रही है। बांध की कुल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है। बांध में 38 टीएमसी के मुकाबले 25.320 टीएमसी पानी आ चुका है। इस बांध से राजधानी जयपुर सहित अजमेर और टोंक को पेयजल की आपूर्ति की जाती है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान के कई इलाकों में हो रही भारी बारिश के कारण नदी नाले उफान मार रहे हैं। दर्जनों छोटे और बड़े बांध ओवरफ्लो हो गए हैं। अतिरिक्त पानी की निकासी के लिये कोटा बैराज सहित कई बड़े बांधों के गेट खोल दिए गए हैं। इससे चंबल सहित कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। नदी किनारे वाले गांवों में सतर्कता बरतने की मुनादी की जा रही है।