जयपुर। राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। अबकी बार राजस्थान वनरक्षक भर्ती 2022 परीक्षा का पेपर लीक हुआ है। वन विभाग के वनरक्षक के 2300 पदों के लिए हुई परीक्षा का 12 नवंबर को दूसरी पारी का पेपर लीक हुआ है। राजसमंद में मामले में पुलिस की कार्रवाई के बाद भर्ती एजेंसी राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने प्रारंभिक तौर पर लीक मानते हुए 12 नवंबर को हुआ दूसरी पारी का पेपर निरस्त कर दिया है।
  मामले में राजसमंद पुलिस ने सरकारी कर्मचारी सहित 2 युवकों को गिरफ्तार किया है। भर्ती एजेंसी राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के चेयरमेन हरिप्रसाद शर्मा की मानें तो दूसरी पारी के पेपर को रद्द कर दिया गया है। भर्ती से जुड़े जिन भी अभ्यर्थियों ने दूसरी पारी का पेपर दिया था उस पेपर को राजसमंद पुलिस और एसओजी की रिपोर्ट के आधार पर निरस्त कर दिया है। शर्मा ने बताया कि निरस्त पेपर की परीक्षा अब दिसंबर 2022 या जनवरी 2023 में करवाई जाएगी।
  दरअसल, शनिवार को राजसमंद के रेलमगरा थाना क्षेत्र में दूसरी पारी के पेपर का फोटो खींचकर आंसर शीट सोशल मीडिया पर आ गई थी। मामले में पुलिस ने करौली के दीपक शर्मा को हिरासत में लिया था। दीपक ने पूछताछ में बताया कि दौसा में लालसोट क्षेत्र के गांव अजयपुरा के हेमराज मीणा से उसने पेपर लिया। पुलिस की स्पेशल टीम ने परीक्षा देकर लौटते वक्त मोबाइल लोकेशन ट्रेस के आधार पर लालसोट रेलवे स्टेशन के पास से हेमराज मीणा को दबोचा। दौसा के पीजी कॉलेज में हेमराज का सेंटर आया था। हेमराज ने परीक्षा शुरू होने के साथ ही आंसर शीट भेजने की बात स्वीकार की है। कोतवाली पुलिस हेमराज से भी पूछताछ कर रही है। वनरक्षक भर्ती परीक्षा में गिरफ्तार करौली निवासी दीपक शर्मा उदयपुर में अजमेर विद्युत वितरण निगम में रेलमगरा में तकनीकी सहायक के पद पर तैनात है। आरोपी दीपक शर्मा ने जिन-जिन को पेपर भेजने की बात कही, वहां संबंधित पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। हेमराज मीणा जयपुर में किराये से रहकर कॉम्पिटीशन एग्जाम की तैयारी करता है। पुलिस की टीम जयपुर, करौली, उदयपुर समेत प्रदेश भर में कुछ और युवकों की तलाश में जुटी है।