जयपुर । खान सचिव श्रीमती आनन्दी ने बताया है कि प्रदेश में रेयर अर्थ एलिमेंट (आरईई) के भण्डारों की व्यापक खोज के साथ ही उनके खनन व प्रसंस्करण की विपुल संभावनाओं को देखते हुए राज्य में उच्च स्तरीय गुणवत्तायुक्त आरईई एक्सीलेंस सेंटर स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के दूरगामी सोच व मार्गदर्शन के अनुसार प्रदेश में अन्य खनिजों के खोज व खनन के साथ ही दुलर्भतम और वर्तमान युग में अतिमहत्वपूर्ण खनिज रेयर अर्थ एलिमेंट के खनन, व्यापक एक्सप्लोरेशन, शोध, अध्ययन व देश दुनिया की आधुनिकतम तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देते हुए इससे जुड़े प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए राज्य में एक्सीलेंस सेंटर खोलने की बजट घोषणा की गई है। 
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की मंशा के अनुसार खनन शोध व अध्ययन से जुड़ी देश की जानी मानी शिक्षण संस्थाओं और विशेषज्ञों से संवाद कायम किया जा रहा है ताकि प्रदेश में स्थापित होने वाला आरईई एक्सीलेंस सेंटर देश का प्रमुख सेंटर होने के साथ ही बहुआयामी व बहुउपयोगी हो सके। खान सचिव श्रीमती आनन्दी ने खनिज भवन से देश की नामी संस्थाओं के विशेषज्ञों से वर्चुअली संवाद किया। उन्होंने बताया कि राजस्थान के बाड़मेर, जालौर, सिरोही, पाली, उदयपुर, भीलवाड़ा, नागौर, अजमेर, जयपुर के नीम का थाना, राजसमंद, सीकर, बांसवाड़ा आदि जिलों में दुर्लभतम खनिज रेयर अर्थ एलिमेंट के भण्डार मिलने के आरंभिक संकेत मिल चुके हैं। प्रदेश के इन क्षेत्रों में कार्बोनेटाइट्स व माइक्रोग्रेनाइट चट्टानों में बस्तनासाइट, ब्रिटोलाईट, सिंचीसाइट और जेनोटाइम रेयर अर्थ एलिमेंट्स के भण्डार सिद्ध हुए हैं। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने उच्च स्तरीय गुणवत्तायुक्त आरईई एक्सीलेंस सेंटर आरंभ करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री का मानना है कि इससे प्रदेश में एयरोस्पेस से लेकर बेटरी, लेजर बेटरी सहित विभिन्न उद्योग की स्थापना, निवेश, रोजगार, तकनीकी विकास के अवसर विकसित होंगे। साथ ही, आरईई के क्षेत्र में चीन पर 95 प्रतिशत निर्भरता को कम किया जाकर देश में ही कच्चे माल की प्रोसेसिंग से लेकर प्रसंस्करण तक का कार्य हो सकेगा।