कानपुर   उत्तर प्रदेश में कानपुर के कई इलाको में  शुक्रवार को जुमे नमाज के बाद हिंसा भड़क उठी. बता दें शुक्रवार को  दो समुदाय के लोगों के बीच पथराव देखने को मिला. हालात को देखते हुए हिंसाग्रस्त इलाकों में स्थिति को काबू में करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया. वहीं मामले में पुलिस ने अब तक 18 लोगों की गिरफ्तारी की है. खास बात ये है कि हिंसा के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर में मौजूद थे. दरअसल कानपुर के परेड चौराहे पर मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विरोध में दुकानों को बंद करवाना चाह रहे थे. इसके विरोध में विवाद पैदा हो गया और इस दौरान सड़क पर काफी संख्या में लोग जमा हो गए. इसे काबू में करने के लिए कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची. पुलिस कमिश्नर का कहना है कि अब हालात सामान्य हैं.

सीएम योगी ने व्यक्त की नाराजगी

प्रदेश की कानून व्यवस्था को ठी‍क करने के लि‍ए माने जाने वाले राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिंसा को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा. सीएम योगी के आदेश के बाद अब पुलिस विभाग आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट, उनकी संपत्ती जब्त और उसे ध्वस्त करने की तैयारी में लग गया है. सीएम योगी प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार की भी चूक बर्दाश्त नहीं कर रहे हैं. वह बीते समय में यह बात कहते रहे हैं कि साल 2017 में उनकी सरकार बनने के बाद से अभी तक राज्य में एक भी दंगे नहीं हुए हैं. वहीं राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री की मौजूदगी में हिंसा होना प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है. आइए हम आपको बताते हैं कि योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद राज्य में कितनी बार हिंसा हुई है.