किसी भी निवेश में जोखिम और फायदे दोनों होते हैं। पर अक्सर जोखिम वाले हिस्सों को छुपा लिया जाता है। हालांकि, नियामक अब धीरे-धीरे जोखिम को बताना अनिवार्य कर रहे हैं। इससे निवेशकों को नफा-नुकसान का पता पहले चल सकेगा। नेशनल पेंशन सिस्टम के निवेशकों के लिए अब इस योजना में एक और नई बात जुड़ी है। उनको निवेश करने से पहले यह पता चलेगा कि इसमें कितना जोखिम है। एनपीएस नियामक पेंशन फंड रेगुलेटरी डेवलपमेंट अथॉरिटी ने हाल में इस संबंध में एक सर्कुलर जारी किया। इसने कहा कि एनपीएस इन्वेस्टमेंट में अब जोखिम को बताना होगा। इससे ग्राहकों को निवेश करने से पहले फैसला लेने में आसानी होगी। इस फैसले के आधार पर वे एनपीएस की विभिन्न योजनाओं में निवेश करेंगे या नहीं, इससे उनको समझने में मदद मिलेगी। इसमें 6 तरह के जोखिम बताने होंगे। जिनमें कम जोखिम, कम से मध्यम, मध्यम, मध्यम से ज्यादा, ज्यादा जोखिम और बहुत ज्यादा जोखिम शामिल है।