जयपुर । जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के शासन सचिव डॉ समित शर्मा ने  शासन सचिवालय से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जल जीवन मिशन  की प्रगति की समीक्षा बैठक लेते हुए कहा कि प्रदेश में जल जीवन मिशन  के तहत कम  प्रगति वाले बीकानेर, जयपुर ग्रामीण, करौली एवं कोटपूतली-बहरोड जिलों के अधीक्षण अभियंताओं को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए हैं । उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे कार्यों की मॉनिटरिंग 14 निर्धारित इन्डेक्स के आधार पर की जा रही है। इन्डेक्स में इन जिलों की प्रगति निम्न स्तर की पाई गई है। साथ ही जिन जिलों में जल जीवन मिशन  के तहत जो ठेकेदार निर्धारित टारगेट के अनुसार कार्य नहीं कर रहे हैं, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल जल कनेक्शन की गति को बढ़ाया जाए। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिन जिलों में कनेक्शन की प्रगति कम है, वहां के अतिरिक्त मुख्य अभियंता सहित अधीक्षण अभियंता फील्ड में जाएं, साथ ही अपने —अपने जिलों के ठेकेदार एवं अधिकारियों के साथ बैठक लिया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि जल जीवन मिशन  के तहत जो पेयजल के स्रोत हैं उनकी हर हालत में 15 अगस्त तक जिओ टेगिग करवाया जाना सुनिश्चित करें। जल जीवन मिशन के मिशन डायरेक्टर डॉ बचनेश अग्रवाल ने कहा कि जल जीवन मिशन  के तहत उदयपुर, करौली, भरतपुर, डीग एवं गंगापुर सिटी जिलों में विद्युत  कनेक्शन की पेंडेंसी बहुत ज्यादा है। उन्होंने इन जिलों के  अधीक्षण अभियंताओं को शीघ्र  कनेक्शन करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने मिशन  के तहत जो अवधि पार प्रोजेक्ट को  शीघ्रता से पूर्ण करवाने के भी निर्देश दिए। मिशन निदेशक ने कहा कि पेयजल योजनाओं के लिए भूमि का एलॉटमेंट प्राथमिकता से करवाया जाना है, इसमें संबंधित जिला कलेक्टर से समन्वय कर आवश्यक कार्रवाई करवाया जाना सुनिश्चित करें।