चंडीगढ़ : जांच में वाहनों की खरीद और इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स के लिए छह करोड़ रुपये से अधिक के विकास कोष का दुरुपयोग भी जांच के दायरे में है। स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. इंदरबीर सिंह निज्जर से मंजूरी लेने के बाद मामले को विजिलेंस ब्यूरो को भेजने का निर्णय लिया गया।जालंधर और लुधियाना में इंप्रूवमेंट टेस्ट में घोटाला उजागर होने के बाद तीन और जिलों के सुधार ट्रस्ट विजिलेंस के निशाने पर आ गए हैं। विजिलेंस अब पटियाला, बठिंडा और अमृतसर के ट्रस्टों की फाइलें भी खंगालने जा रही है। विजिलेंस ट्रस्ट के भूखंडों के गलत आवंटन कर 1000 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले की संभावना जता रही है।