राजस्थान में आए दिन दुष्कर्म केस सामने आते हैं। इसको लेकर भाजपा लगातार गहलोत सरकार को घेरने में लगी है। इसी बीच जानकारी सामने आई है कि प्रदेश में दुष्कर्म केस की जांच में लगने वाला औसत समय घटकर 57 दिन हो गया है।एक पुलिस प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि दुष्कर्म के एक मामले की जांच में लगने वाला औसत समय 435 दिनों से घटकर राजस्थान में जून 2022 तक 57 दिन हो गया है। इसके साथ ही राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार के 99.98 फीसदी मामलों में आरोप पत्र दायर किए गए हैं।उन्होंने कहा कि महिला अत्याचार से संबंधित मामलों की जांच समय पर पूरी करने पर विशेष जोर दिया गया। इस कारण जून 2022 तक दुष्कर्म के मामलों की जांच में लगने वाला औसत समय घटकर 57 दिन रह गया है।