भोपाल । रेल यात्रियों और संपत्ति की सुरक्षा के लिए रेलवे अब स्टेशनों पर वीडियो सर्विलांस सिस्टम (वीएसएस) तैयार कर रहा है। इसके लिए देश के 756 रेलवे स्टेशनों का चयन किया गया है। जोन के कुल 15 रेलवे स्टेशन है जिन्हें इस योजना से जोड़ा गया है। पश्चिम मध्य रेलवे के स्टेशनों में भोपाल मंडल के बीना, रानी कमलापति, नर्मदापुरम, विदिशा, जबलपुर मंडल के पिपरिया, जबलपुर, कटनी, मैहर, सतना, रीवा, दमोह एवं सागर तथा कोटा मंडल के भरतपुर, सवाईमाधोपुर व कोटा रेलवे स्टेशन शामिल हैं। यह काम जनवरी 2023 तक पूरा होगा। शेष रेलवे स्टेशन योजना के दूसरे चरण में चयनित होंगे।

क्या है वीडियो सर्विलांस सिस्टम
यह वीएसएस सिस्टम आईपी बेस्ड होगा तथा इसमें सीसीटीवी कैमरों का एक नेटवर्क होगा। ये सीसीटीवी कैमरे ऑप्टिकल फाइबर केबल पर काम करेंगे और सीसीटीवी कैमरों की वीडियो फीडिंग न केवल स्थानीय आरपीएफ पोस्टों पर बल्कि मंडल और जोनल स्तर पर सेंट्रलाइज सीसीटीवी कंट्रोल रूम में भी प्रदर्शित की जाएगी। स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरे और वीडियो फीड को इन 3 स्तरों पर मॉनिटर किया जाएगा ताकि रेलवे परिसरों की संरक्षा और सुरक्षा में इजाफा हो सके। इस सिस्टम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) इनेबल वीडियो एनालिटिक्स सॉफ्टवेयर और फेसियल रिकॉगनिशन सॉफ्टवेयर काम करता है जिससे जाने-पहचाने अपराधियों का स्टेशन परिसरों में आने पर, उनका पता लगाने तथा उसका अलर्ट जारी करने में मदद मिलेगी। कैमरों, सर्वर, यूपीएस और स्विचों की मॉनिटरिंग के लिए नेटवर्क मेनेजमेंट सिस्टम एनएमएस की व्यवस्था भी की गई है जिसे किसी भी प्राधिकृत अधिकारी द्वारा किसी भी वेब ब्राउजर के माध्यम से देखा जा सकता है। 4 प्रकार के आईपी कैमरे (डॉम टाइप, बुलेट टाइप, पैन टिल्ट जूम टाइप और अल्ट्रा एचडी-4के) स्थापित किए जा रहे हैं ताकि रेलवे परिसरों के भीतर अधिकतम कवरेज हो ।