लखनऊ। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में तबादलों की गड़बड़ी पर योगी सरकार ने दो अपर निदेशक, एक संयुक्त निदेशक के साथ चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। जल्द ही कुछ बड़े अफ़सरो पर भी कार्रवाई हो सकती है। गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों में गड़बड़ी की जांच के आदेश दिए थे। जिसके बाद अब कार्रवाई शुरू हो गई है। हालांकि तबादलों में अनियमितता के मुख्य जिम्मेदार अफसरों पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई है। छोटे अफसरों पर कार्रवाई कर तबादलों में घपलों को दबाने की कोशिश की जा रही है।
  फार्मासिस्ट टेक्नीशियन के तबादलों में अनियमितता पर अपर निदेशक पैरामेडिकल राकेश कुमार गुप्ता को सस्पेंड किया गया है। प्रयोगशाला सहायक वर्ग के तबादले में गड़बड़ी पर अपर निदेशक स्वास्थ्य प्रशासन अशोक कुमार पांडेय सस्पेंड हुए हैं। फार्मासिस्ट एवं ईसीजी टेक्निशियन के तबादलों में गड़बड़ी पर संयुक्त निदेशक पैरामेडिकल अरविंद कुमार वर्मा को सस्पेंड किया गया है। प्रशासनिक अधिकारी मोहम्मद इस्लाम को भी निलंबित किया गया है।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों में गड़बड़ी का मुद्दा खुद उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने ही उठाया था। जिसके बाद महकमे में हड़कंप मच गया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद मामले का संज्ञान लिया और जांच के आदेश दिए। सीएम ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति भी गठित की। इस समिति की आधिकारिक रिपोर्ट तो अभी नहीं आई है मगर स्वास्थ्य विभाग में गलतियां सुधारे जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। तीन चिकित्साधिकारियों और एक प्रशासनिक अधिकारी को निलंबित करते हुए उन्हें महानिदेशक स्वास्थ्य कार्यालय से संबंद्ध किया गया है।