शिमला:
हिमाचल प्रदेश में नवंबर का महीना लगभग पूरी तरह शुष्क रहा है और कड़ाके की ठंड ने पूरे राज्य को अपनी चपेट में ले लिया है। मौसम विभाग के अनुसार 1 दिसंबर तक बारिश या बर्फबारी की कोई संभावना नहीं है, जिससे राज्य के ऊपरी इलाकों में ठंड और भी बढ़ने की आशंका है।
सूखे मौसम के कारण नवंबर में सामान्य से 92% कम वर्षा दर्ज की गई है, जिससे किसान और बागवान चिंतित हैं।
ऊपरी हिमाचल में पारा शून्य से नीचे
लाहौल-स्पीति और किन्नौर जैसे जनजातीय जिलों में तापमान लगातार शून्य से नीचे रिकॉर्ड हो रहा है।
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ताबो: -7.0°C (सबसे ठंडा स्थान)
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कुकुमसेरी: -4.3°C
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कल्पा (किन्नौर): -0.9°C
इन क्षेत्रों में जल स्रोत जमने लगे हैं और सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
हिल स्टेशनों में भी ठंड की लहर
पर्यटन स्थल भी सर्दी की तेज मार झेल रहे हैं—
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शिमला: 6.2°C
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मनाली: 1.1°C
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कुफरी: 4.6°C
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नारकंडा: 1.8°C
शिमला और मनाली में तापमान सामान्य से कम बना हुआ है, जिससे ठंड का असर बढ़ गया है।
अन्य शहरों में भी तेज ठंड
राज्य के कई अन्य शहरों में न्यूनतम तापमान काफी नीचे गया—
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सुंदरनगर: 3.5°C
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धर्मशाला: 7.2°C
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ऊना: 7.0°C
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पालमपुर: 4.2°C
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सोलन: 3.5°C
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हमीरपुर: 5.6°C
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बजुआरा: 3.7°C
मौसम विभाग के अनुसार बीती रात राज्य का औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.7°C कम रहा।
मैदानी क्षेत्रों में घना कोहरा
निचले हिमाचल में मंगलवार सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे कई जगह दृश्यता बेहद कम रही—
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बिलासपुर: 100 मीटर
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मंडी: 300 मीटर
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सुंदरनगर: 500 मीटर
कोहरे के कारण यातायात प्रभावित हुआ और सुबह की दिनचर्या पर भी असर पड़ा।
किसानों-बागवानों में चिंता
लगातार शुष्क मौसम ने किसानों और बागवानों की चिंता बढ़ा दी है।
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बारिश और बर्फबारी न होने से फसलों पर असर पड़ने की आशंका बढ़ गई है।
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आने वाले सप्ताह में भी मौसम शुष्क रहने के पूर्वानुमान ने चिंताएं और गहरा दी हैं।