मध्य प्रदेश में आय से अधिक संपत्ति, टैक्स चोरी और अवैध लेन-देन के मामलों को लेकर आयकर विभाग ने बुधवार सुबह बड़ी छापामार कार्रवाई की। जबलपुर और कटनी में एक साथ कई ठिकानों पर आयकर विभाग की टीमें पहुंचीं, जिनमें जिला पंचायत उपाध्यक्ष और भाजपा नेता अशोक विश्वकर्मा से जुड़े ठिकाने भी शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, भोपाल, इंदौर, जबलपुर और कटनी से आई आयकर विभाग की संयुक्त टीमों ने करीब 25 अधिकारियों के साथ यह कार्रवाई की। टीम में महिला अधिकारी भी शामिल थीं। जबलपुर के सिविल लाइन और रसल चौक क्षेत्र में खनन कारोबारी राजीव चड्ढा और नितिन शर्मा के आवास और कार्यालयों पर अचानक छापा मारा गया और दस्तावेजों की गहन जांच शुरू की गई।
आयकर विभाग की टीम पहले चड्ढा माइंस के कार्यालय पहुंची, इसके बाद राजीव चड्ढा और नितिन शर्मा के घरों पर भी सर्चिंग की गई। सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान कई अहम दस्तावेज मिले हैं, जिनकी पड़ताल की जा रही है। आशंका जताई जा रही है कि इस कार्रवाई में बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी का खुलासा हो सकता है।
कटनी जिले में जिला पंचायत उपाध्यक्ष और भाजपा नेता अशोक विश्वकर्मा तथा उनके तीन भाइयों के ठिकानों पर भी एक साथ छापेमारी की गई। बताया जा रहा है कि तड़के करीब 4 बजे आयकर विभाग की टीम ने अशोक विश्वकर्मा के निवास, उनकी फर्म और बॉक्साइट माइनिंग से जुड़े विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई शुरू की। विश्वकर्मा माइनिंग कारोबारी हैं और उनकी फर्म ‘वीएमसी विश्वकर्मा माइंस’ के नाम से संचालित होती है।
आयकर विभाग की टीम ने जलपा वार्ड स्थित आवास, ग्राम टिकरिया और सिघनपुरी स्थित खदानों समेत अन्य ठिकानों पर दस्तावेज खंगाले। यह कार्रवाई भी आय से अधिक संपत्ति, टैक्स चोरी और अवैध लेन-देन से जुड़ी शिकायतों के आधार पर की गई है।
दिलचस्प बात यह रही कि जबलपुर में आयकर विभाग की टीम ‘स्वच्छता जागरूकता अभियान 2025’ का पोस्टर लगी कार से कारोबारी के घर पहुंची, जिससे शुरुआत में चौकीदार को लगा कि नगर निगम की टीम किसी सर्वे के लिए आई है। बाद में स्पष्ट हुआ कि यह आयकर विभाग की छापेमार कार्रवाई है।
फिलहाल आयकर विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। जांच पूरी होने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि छापेमारी में क्या-क्या सामने आया है। टीमों द्वारा अभी भी घरों और कार्यालयों में दस्तावेजों की जांच जारी है।