मुंबई, 19 सितम्बर 2025 – घरेलू शेयर बाजार ने शुक्रवार को तीन दिन की तेजी के बाद सुस्ती दिखाई। दिनभर के कारोबार में बीएसई सेंसेक्स लगभग 200 अंकों की गिरावट के साथ, जबकि एनएसई निफ्टी 25,400 के नीचे फिसल गया। शुरुआती कारोबार में बाजार फ्लैट खुला, लेकिन मुनाफावसूली के दबाव में धीरे-धीरे कमजोरी बढ़ती गई।
अदाणी ग्रुप के शेयर चमके
सप्ताह का सबसे बड़ा आकर्षण अदाणी ग्रुप के शेयर रहे। SEBI ने हिंडनबर्ग रिसर्च की दो प्रमुख शिकायतों को खारिज कर दिया, जिसके बाद ग्रुप की कंपनियों में जोरदार खरीदारी देखने को मिली। कुछ शेयरों में 13% तक की तेजी दर्ज की गई।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व का असर
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा 0.25% की ब्याज दर कटौती के फैसले का सकारात्मक असर आईटी और निर्यातक कंपनियों पर दिखाई दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि ब्याज दरों में कटौती वैश्विक लिक्विडिटी बढ़ाने में मदद करेगी, जिससे भारतीय बाजारों को भी फायदा मिल सकता है।
अन्य कारक
भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में प्रगति की खबरों ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया, लेकिन ऊंचे स्तरों पर मुनाफावसूली की वजह से बाजार टिक नहीं पाया। छोटे और मिड-कैप शेयरों में हल्की खरीदारी बनी रही, लेकिन बड़ी बढ़त नहीं दिखी।
आगे की राह
विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा स्तर पर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। अमेरिकी डॉलर की मजबूती और वैश्विक संकेतक निकट भविष्य में निवेश धारणा तय करेंगे। निवेशकों को सलाह है कि वे लंबी अवधि के नजरिये से ही पोजीशन लें और अल्पकालिक तेज उतार-चढ़ाव से सावधान रहें।