नई दिल्ली, 25 नवंबर:
माह के अंतिम सप्ताह की शुरुआत भारतीय शेयर बाज़ार के लिए मिश्रित रही। सोमवार को BSE Sensex और Nifty 50 दोनों ही सूचकांक सीमित दायरे में कारोबार करते दिखे। बाज़ार में हल्की खरीदारी के बावजूद निवेशक आगामी मंथली डेरिवेटिव्स एक्सपायरी और ग्लोबल संकेतों के कारण सतर्क दिखाई दिए।
सुबह के कारोबार में Sensex करीब 85,030 अंक पर और Nifty 50 लगभग 25,996 अंक पर ट्रेड कर रहे थे। दोनों में लगभग 0.1% की मामूली बढ़त दर्ज की गई।
कहाँ दिखी तेजी–कहाँ दबाव
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मेटल और रियल्टी सेक्टर में आज लगभग 1% तक की बढ़त देखने को मिली।
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दूसरी ओर, आईटी, मीडिया और टेलीकॉम सेक्टर पर दबाव रहा, जिसमें 0.5% तक की गिरावट दर्ज की गई।
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Reliance Industries के शेयरों में हल्की मजबूती रही, जिससे मार्केट को सहारा मिला।
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सरकारी तेल कंपनियाँ BPCL, HPCL और IOC आज कमजोर रहीं और 1.5% तक संभली गिरावट के साथ ट्रेड करती दिखीं।
निवेशकों का मूड क्यों रहा सतर्क?
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार,
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डेरिवेटिव एक्सपायरी के चलते निवेशक नए बड़े दांव लगाने से बच रहे हैं।
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वैश्विक स्तर पर अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता, अमेरिका में आने वाले ताज़ा मुद्रास्फीति आंकड़े और विदेशी बाज़ारों की चाल भारतीय बाजार की दिशा तय करेंगे।
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आज India VIX में गिरावट देखने को मिली, जो दर्शाता है कि बाजार में उतार–चढ़ाव फिलहाल कम रहने की उम्मीद है।
मिडकैप–स्मॉलकैप शांत
बाजार की तेजी का असर आज मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर नहीं दिखा। दोनों ही सूचकांक सीमित दायरे में रहे, जिससे पता चलता है कि निवेशक इस समय बड़ी कंपनियों के शेयरों पर ही ज्यादा विश्वास दिखा रहे हैं।
आगे क्या?
विश्लेषकों का मानना है कि
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इस हफ्ते आने वाले ग्लोबल आर्थिक डेटा और
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अमेरिका–भारत के बीच संभावित व्यापार समझौते की दिशा
बाजार की चाल को प्रभावित करेंगे।
निवेशकों को सलाह है कि वे फिलहाल सावधानी के साथ स्टॉक चयन करें और किसी भी उतार–चढ़ाव के लिए तैयार रहें।