पटना — बिहार विधानसभा के नवगठित 18वें सत्र की शुरुआत सोमवार को शपथ ग्रहण समारोह के साथ हुई। सदन के पहले दिन नवनिर्वाचित 243 विधायकों ने क्रमवार शपथ ली। माहौल में गर्मजोशी तब देखने को मिली जब शपथ ग्रहण से पहले भाजपा सांसद रामकृपाल यादव और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव आपस में गले मिले। वहीं चर्चित लोकगायिका एवं नवनिर्वाचित विधायक मैथिली ठाकुर ने पीली साड़ी और पाग में शपथ लेकर सभी का ध्यान आकर्षित किया।
सबसे पहले उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शपथ ली, जिसके बाद विजय सिन्हा ने शपथ ग्रहण किया। इसके बाद वरिष्ठता के आधार पर एक-एक कर मंत्रियों और विधायकों का शपथ ग्रहण हुआ। विधानसभा सचिव ने विधायकों को क्रमवार सदन में बुलाया।
इससे पहले प्रोटेम स्पीकर ने सदन को संबोधित किया, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित सभी प्रमुख नेता सदन में मौजूद रहे।
5 दिसंबर तक चलेगा सत्र
बिहार विधानसभा का यह सत्र काफी अहम माना जा रहा है। कार्यक्रम के अनुसार:
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पहला दिन (1 दिसंबर): सभी 243 विधायकों का शपथ ग्रहण
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2 दिसंबर: नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव
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5 दिसंबर: सत्र का समापन
इस दौरान कुल पाँच बैठकें होंगी। सरकार और विपक्ष दोनों ने सदन में अपनी-अपनी रणनीतियाँ तैयार कर ली हैं—जहाँ विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है, वहीं सत्ता पक्ष विरोधियों को करारा जवाब देने को तत्पर है।
विधानसभा की कार्यवाही हुई पूरी तरह पेपरलेस
इस सत्र का सबसे बड़ा आकर्षण रहा कि बिहार विधानसभा की कार्यवाही पूरी तरह पेपरलेस हो गई है।
सदन नेशनल ई-विधान (NEVA) मंच के माध्यम से संचालित हुआ, जो केंद्र सरकार की डिजिटल इंडिया पहल के तहत विकसित एक अत्याधुनिक डिजिटल प्लेटफॉर्म है।
इसका उद्देश्य है:
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विधानसभाओं को डिजिटल बनाना
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कार्यवाही को पारदर्शी और तेज बनाना
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कागज के उपयोग को समाप्त करना
विधान परिषद का सत्र 3 से 5 दिसंबर तक चलेगा, जो कुल तीन दिनों का होगा।