दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन ने दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें कुर्सी पर बिठाकर शुभकामनाएं दीं। पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं और नेताओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिन्होंने नितिन नवीन को नई जिम्मेदारी के लिए बधाई दी।
पदभार ग्रहण समारोह के दौरान पार्टी संगठन में उत्साह का माहौल देखने को मिला। भाजपा सूत्रों के अनुसार, नितिन नवीन बिहार ही नहीं बल्कि पूरे पूर्वी भारत से भाजपा के पहले राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बने हैं, जिसे संगठन के लिहाज से अहम माना जा रहा है।
इसी बीच भाजपा संगठन में एक और बड़ा बदलाव हुआ है। दरभंगा से विधायक और पूर्व मंत्री संजय सरावगी को बिहार भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वे दिलीप जायसवाल का स्थान लेंगे। संजय सरावगी की नियुक्ति से बिहार भाजपा संगठन को नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
इससे पहले नितिन नवीन दिल्ली पहुंचने से पूर्व पटना में पूजा-अर्चना कर चुके थे। उन्होंने प्रसिद्ध महावीर मंदिर में दर्शन किए और आशीर्वाद लिया। इसके बाद राजवंशी नगर स्थित अपने पिता की प्रतिमा पर नमन कर आशीर्वाद लिया। दिल्ली आगमन पर एयरपोर्ट पर उनका स्वागत दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने किया था।
नितिन नवीन बांकीपुर विधानसभा सीट से लगातार पांच बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने वर्ष 2006 में पहली बार विधायक के रूप में विधानसभा में प्रवेश किया था। वर्ष 2021 में वे पहली बार नीतीश सरकार में मंत्री बने। वर्तमान में वे पथ निर्माण एवं नगर विकास मंत्री के रूप में कार्यरत हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह द्वारा जारी नियुक्ति पत्र में कहा गया है कि भाजपा संसदीय बोर्ड ने नितिन नवीन को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है और यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी।
राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा के बाद पटना स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में भी उनका जोरदार स्वागत किया गया। वीरचंद पटेल पथ स्थित कार्यालय परिसर ‘नितिन नवीन जिंदाबाद’ के नारों से गूंज उठा। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाओं और गुलदस्तों के साथ उनका अभिनंदन किया।
राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि नितिन नवीन भविष्य में मौजूदा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के उत्तराधिकारी के रूप में उभर सकते हैं। यदि ऐसा होता है, तो वे पार्टी के सबसे युवा राष्ट्रीय अध्यक्षों में शामिल होंगे।