देहरादून / गौचर:
केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर उत्तराखंड को फल और सब्जी उत्पादन का वैश्विक हब बनाने के लिए काम कर रही हैं। इसके लिए न्यूजीलैंड के साथ करार किया जाएगा तथा कीवी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ स्थापित किया जाएगा।
राज्य स्तरीय किसान दिवस कार्यक्रम में गौचर में बोलते हुए उन्होंने कहा कि खराब पौध के कारण किसानों की मेहनत बेकार न हो, इसके लिए केंद्र सरकार मुक्तेश्वर में 100 करोड़ रुपये की लागत से ‘क्लीन प्लांट सेंटर’ स्थापित करेगी। यहां से किसानों को कीवी, सेब, माल्टा और नींबू प्रजाति की उच्च गुणवत्ता वाली पौध उपलब्ध कराई जाएगी।
पांच साल का कृषि रोडमैप तैयार होगा
शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि कृषि अधिकारियों और वैज्ञानिकों की टीम उत्तराखंड के लिए अगले पांच वर्षों का कृषि रोडमैप तैयार करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत इंटीग्रेटेड फार्मिंग को बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि छोटे किसानों को भी अधिक उत्पादन और लाभ मिल सके। इसके तहत फल, सब्जी, पशुपालन, मछली पालन और जड़ी-बूटी उत्पादन पर जोर दिया जाएगा।
न्यूजीलैंड के साथ मिलकर होगा काम
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नीतिगत सुधारों के जरिए उत्तराखंड की जरूरत के अनुसार बजट उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही न्यूजीलैंड के सहयोग से कीवी उत्पादन हेतु सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित कर राज्य में विशेष खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।
किसानों के हित में काम कर रही सरकार: मुख्यमंत्री धामी
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने मंडुवा, कीवी और ड्रैगन फ्रूट जैसी फसलों को बढ़ावा देने के लिए नई नीतियां लागू की हैं, जिन पर करीब 1200 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि 526 करोड़ रुपये की जापान सहायतित उत्तराखंड एकीकृत औद्यानिक विकास परियोजना भी संचालित है, जिससे बागवानी और औद्यानिक विकास को बड़ा समर्थन मिल रहा है। धामी ने कहा कि राज्य में बागवानी, मशरूम, शहद, चाय और सुगंधित फसलों के उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।