दिल्ली में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर चिंताजनक हो गया है। सोमवार को राजधानी घने स्मॉग की चादर में लिपटी रही। शहर का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 402 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। खराब विजिबिलिटी के कारण सड़क और हवाई यातायात दोनों प्रभावित हुए।
इसी बीच आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने सरकार पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण में विफलता के कारण सरकार अब जनता के लिए “सिर्फ मीम मटेरियल” बनकर रह गई है।
‘AQI कई जगह 900 पार’ — सौरभ भारद्वाज
भारद्वाज ने बताया कि रविवार रात राजधानी के कई इलाकों में AQI का स्तर 900 से ऊपर पहुंच गया। उन्होंने कहा कि इस बार पराली जलाने को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि पंजाब में कहीं भी पराली नहीं जलाई जा रही है। इसके बावजूद निर्माण कार्य उन जगहों पर जारी हैं जहाँ प्रतिबंध लागू होने चाहिए थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद टोल प्लाजा फ्री नहीं किए गए, जिससे ट्रैफिक और प्रदूषण दोनों बढ़ रहा है।
‘सरकारी सोच में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का अभाव’
AAP नेता ने पर्यावरण मंत्री के एक कथित बयान पर भी निशाना साधा, जिसमें कहा गया था कि AQI मॉनिटर पर पानी गिरने से वह खराब हो सकता है। भारद्वाज के अनुसार यह बयान दर्शाता है कि सरकार के पास न तो वैज्ञानिक समझ है और न ही कोई ठोस रणनीति।
उन्होंने कहा—
“ऐसे लोगों के हाथों में सरकार की जिम्मेदारी दे दी गई है, जिनके पास विजन ही नहीं है। वे जनता के लिए मजाक का विषय बन चुके हैं।”
कांग्रेस ने मांगा ‘श्वेत पत्र’
उधर, कांग्रेस ने मांग की है कि दिल्ली विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता प्रदूषण पर श्वेत पत्र जारी करें। पार्टी ने सवाल उठाया कि करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद प्रदूषण कम क्यों नहीं हो रहा। साथ ही आरोप लगाया कि सरकार सर्वदलीय बैठक से बच रही है।
धुंध से जनजीवन प्रभावित
सोमवार सुबह से ही दिल्ली में धुंध छाई रही। गंभीर श्रेणी के AQI के कारण स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतने की सलाह दी है।